Shani Pradosh Vrat 2024: शनि प्रदोष व्रत 2024 शनिवार, 6 अप्रैल को मनाया जाएगा. यह व्रत शुक्रवार को भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के रूप में चलता है. यह व्रत हर महीने में दो बार, शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को पड़ता है. 2024 में, शनि प्रदोष व्रत 2 अप्रैल (कृष्ण पक्ष) और 27 अप्रैल (शुक्ल पक्ष) को पड़ रहा है. इस व्रत को करने से मनुष्य को शनि देवता की कृपा प्राप्त होती है और उनके कष्टों का निवारण होता है. व्रत के दिन व्रती अगले सोमवार को नहाना, शिवलिंग पर जल चढ़ाना, शिवजी का पूजन करना, व्रत कथा सुनना और भजन की बजाना करते हैं. शनि प्रदोष व्रत का महत्व है कि यह शनि देवता के अनुग्रह को प्राप्त करने में सहायक होता है और शनि दोष को दूर करता है.
शनि प्रदोष व्रत का महत्व:
- शनि प्रदोष व्रत भगवान शिव और देवी पार्वती की कृपा प्राप्त करने का एक उत्तम अवसर है.
- यह व्रत सभी प्रकार के कष्टों और बाधाओं को दूर करने में मददगार माना जाता है.
- शनि प्रदोष व्रत से शनि ग्रह के नकारात्मक प्रभावों को कम करने में भी मदद मिलती है.
शनि प्रदोष व्रत की पूजा विधि:
- सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें.
- पूजा स्थान को साफ करके वहां भगवान शिव और देवी पार्वती की प्रतिमा स्थापित करें.
- दीप प्रज्वलित करें और धूप-दीप से भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करें.
- शनि प्रदोष व्रत कथा का पाठ करें.
- ॐ नमः शिवाय मंत्र का 108 बार जप करें.
- भगवान शिव और देवी पार्वती को फल, फूल और मिठाई का भोग लगाएं.
- शाम को प्रदोष काल में फिर से पूजा करें और आरती करें.
- अगले दिन सुबह स्नान करके व्रत का पारण करें.
शनि प्रदोष व्रत के दौरान कुछ महत्वपूर्ण बातें:
- व्रत के दिन व्रती को अन्न, जल, नमक और मसाले का सेवन नहीं करना चाहिए.
- व्रती को दिन भर भगवान शिव और देवी पार्वती का ध्यान करना चाहिए.
- व्रती को क्रोध, लोभ और मोह से दूर रहना चाहिए.
शनि प्रदोष व्रत एक बहुत ही फलदायी व्रत है. यदि आप भगवान शिव और देवी पार्वती की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको इस व्रत को अवश्य रखना चाहिए.
यह भी पढ़ें: Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau