हिंदू धर्म के विशेष त्योहारों में से एक शारदीय नवरात्रि कल 17 अक्टूबर से शुरू हो रही है. नौ दिनों की नवरात्रि में मां दुर्गा के भक्त उपवास रखते हैं. कई भक्त निर्जला उपवास करते हैं तो कई भक्त फलाहारी उपवास रखते हैं. कई भक्त तो लौंग खाकर ही नवरात्रि का व्रत रखते हैं. इसके अलावा नवरात्रि में मां दुर्गा सप्तशती का पाठ करना भी लाभकारी माना गया है. दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से भक्त की सभी मनोकामनाएं मां दुर्गा पूरा करती हैं.
अगर आप गृहस्थ जीवन बिता रहे हैं और आपके समक्ष कई कठिन चुनौतियां आन खड़ी हुई हैं. हमेशा परेशानी से घिरे रहते हैं, नकारात्मक सोच दिमाग में आ रहे हैं या फिर मुकदमे में हार जाने का भय आपको सता रहा है तो आपको मां दुर्गासप्तशती के प्रथम चरित्र का पाठ करना या सुनना चाहिए.
आप बेरोजगार हैं, कर्ज की समस्या से परेशान हैं और व्यापार में आपको लगातार हानि हो रही है, स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से परेशान हैं तो आपको दुर्गा सप्तशती के मध्यम चरित्र का पाठ करना या सुनना चाहिए.
प्रतियोगी परीक्षाओं में आप लगातार असफल हो रहे हों, परिश्रम के बाद भी उचित फल न मिल पा रहा हो तो आपको उत्तम चरित्र का पाठ करना चाहिए. इसके अलावा तमाम परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए संपूर्ण दुर्गा सप्तशती का पाठ करना या सुनना चाहिए.
वैसे तो कोई भी त्योहार नकारात्मकता दूर करने और सकारात्मकता को लाने वाला होता है, लेकिन नवरात्रि में निगेटिव एनर्जी को दूर करने की ताकत मिलती है. व्यक्ति को भीतर के अंधेरे को मिटाने के लिए मां दुर्गा की उपासना करनी चाहिए. नवरात्रि रंगों, व्यंजनों के साथ ही सौहार्द्र और प्रेम का भी त्योहार है. मां दुर्गा की सच्चे मन से पूजा करने पर सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
Source : News Nation Bureau