Shardiya Navratri 2024: हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व है. नवरात्रि मां दुर्गा की पूजा-अर्चना का प्रमुख पर्व होता है. यूं तो साल में चार बार नवरात्रि मनाई जाती है, लेकिन शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व होता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, इस वर्ष शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से शुरू होकर 12 अक्टूबर तक चलेगी. इन नौ दिनों के दौरान मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इन दिनों में माता जगदंबा अपने भक्तों के बीच रहती हैं और उनकी पूजा करने से भक्तों पर उनकी कृपा बनी रहती है. ज्योतिष की मानें तो घट स्थापना के पहले आपको जरूरी नियमों का खास ध्यान रखना चाहिए तभी आपके घर पर माता रानी का आगमन होगा. तो चलिए जानते हैं इन नियमों के बारे में.
साफ-सफाई का रखें विशेष ध्यान
नवरात्रि के दौरान घर की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना बेहद जरूरी माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां दुर्गा केवल स्वच्छ स्थान पर ही वास करती हैं, और जहां स्वच्छता होती है, वहां सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है. इसलिए नवरात्रि से पहले घर की पूरी साफ-सफाई कर लेना जरूरी है. अगर घर गंदा होगा तो दरिद्रता और नकारात्मकता बढ़ने लगती है. घर का हर कोना साफ होना चाहिए ताकि माता रानी का स्वागत सही ढंग से हो सके.
खंडित मूर्तियां घर में न रखें
घट स्थापना नवरात्रि का पहला और महत्वपूर्ण दिन होता है. कलश स्थापना करने से पहले से घर में अगर कोई खंडित मूर्तियां या फटी हुई देवी-देवताओं की तस्वीरें हैं, तो उन्हें तुरंत घर से बाहर निकाल देना चाहिए. खंडित मूर्तियों को नदी या किसी पवित्र जल में विसर्जित करना सबसे अच्छा उपाय माना जाता है. खंडित मूर्तियां और फटी तस्वीरें घर में नकारात्मकता को बढ़ाती हैं, जिससे वास्तु दोष उत्पन्न होता है.
इन चीजों को घर से करें बाहर
इसके अलावा, घर से फटे-पुराने कपड़े, जूते-चप्पल, टूटा हुआ कांच, खराब घड़ी और अन्य बेकार चीजों को भी बाहर कर देना चाहिए. ये सभी चीजें घर में नकारात्मक ऊर्जा लाती हैं और मां दुर्गा के आगमन में बाधा उत्पन्न करती हैं. नवरात्रि का यह पावन पर्व साफ-सफाई और सकारात्मकता पर आधारित होता है. इसलिए, नवरात्रि शुरू होने से पहले अपने घर को स्वच्छ और सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर बनाएं ताकि मां दुर्गा की कृपा आपके घर पर बनी रहे.
साफ-सुथरे वस्त्र करें धारण
पूजा के दौरान साफ-सुथरे वस्त्र पहनना चाहिए और पूजा स्थल को विशेष रूप से सजाना चाहिए. माता रानी की पूजा में शुद्धता और भक्ति का विशेष महत्व है. घर का वातावरण जितना सकारात्मक और पवित्र होगा, उतना ही माता रानी की कृपा आप पर बनी रहेगी.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)