Sheetala Sashti 2024: हिंदू पंचांग के अनुसार 15 फरवरी 2024 दिन गुरुवार को शीतला षष्ठी का व्रत किया जाएगा. इस दिन विशेष तौर पर शीतला माता की पूजा की जाती है. खासकर इस दिन महिलाएं शीतला माता का व्रत रखती हैं. वहीं इस दिन रात का रखा बासी भोजन करने का विधान है. माता शीतला को खुश करने के लिए इस दिन उन्हें ठंडी चीजों का भोग लगाया जाता है. माता तो पिछले दिन का बना बांसी और ठंडा खाना भोग में चढ़ाने से देवी बेहद प्रसन्न होती हैं. आइए जानते हैं शीतला षष्ठी व्रत पूजा विधि और महत्व.
शीतला षष्ठी व्रत पूजा विधि (Sheetala Sashti Vrat Puja Vidhi)
शीतला षष्ठी व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर सभी कामों को कर स्नान कर लें. इस बात का ध्यान रखें कि इस दिन गर्म पानी से न नहाएं क्योंकि इस दिन गर्म चीजों का इस्तेमाल करना वर्जित माना जाता है. उसके बाद व्रत का संकल्प लें. फिर पूजा स्थल पर चौकी पर सफेद कपड़ा बिछाएं. अब इस पर माता शीतला की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें. उसके बाद जल, मौली, चंदन, अक्षत, वस्त्र, पुष्प, भोग आदि माता शीतला को चढ़ाएं. अब इनकी पूजा करें. धूप-दीप दिखाएं. उसके बाद माता शीतला के इस मंत्रों का जाप करें. मंत्र इस प्रकार है - 'श्रीं शीतलायै नमः, इहागच्छ इह तिष्ठ'. इसके बाद शीतला देवी की कथा सुनें.
शीतला षष्ठी व्रत महत्व ( (Sheetala Sashti Vrat Importance)
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शीतला षष्ठी व्रत के दिन माता शीतला की पूजा करने से मन को शांति मिलती है. इसके साथ ही घर में सुख-शांति बनी रहती है. माना जाता है कि संतान प्राप्ति की कामना करने वाली महिलाओं को इस दिन व्रत जरूर रखना चाहिए. ऐसा करने से देवी उनकी चाह पूरी करती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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Source : News Nation Bureau