Sheikh Hasina : बांग्लादेश में इस वक्त क्या हालात हैं, ये पूरे विश्व को पता है. अपनी मांगों के लिए वहां के लोगों ने एकजुट होकर विद्रोह कर दिया जिसके बाद वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ा. शेख हसीना ने अपने पद को छोड़कर, बांग्लादेश से रवाना हो गईं. बांग्लादेश में बढ़ते तनाव के बीच सेना शासन लागू हो गया और मीडिया के जरिए तरह-तरह के हिंसक दृश्य सामने आए. लेकिन इसी बीच एक खबर अब खूब वायरल हो रही है. दरअसल, शेख हसीना के साथ ऐसा होगा इसकी भविष्यवाणी पहले ही की जा चुकी थी. ऐसे में जब ये सच हुआ तो लोगों को काफी हैरानी हो रही है. आइए जानते हैं क्या है ये भविष्यवाणी.
8 महीने पहले ही हो गयी भविष्यवाणी
बांग्लादेश में हुए इस तख्तापलट के बीच भविष्यवक्ता प्रशांत कीनि चर्चा में आ गए है. क्योंकि उन्होंने ऐसा होने से 8 महीने पहले ही शेख हसीना के लिए ये भविष्यवाणी कर दी थी. प्रशांत कीनि ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के राजनैतिक भविष्य के बारे में दिसंबर 2023 में भविष्यवाणी की थी. उन्होंने कहा था कि 2024 के जून से लेकर अगस्त महीने का समय शेख हसीना के लिए सही नहीं होगा. उनकी जान को इसमे खतरा हो सकता है. उन्होंने ये भी कहा था कि ये समय उनके लिए काफी परेशानियों वाला होगा. जिसमें उनकी सरकार का भी तख्तापलट हो सकता है. ऐसे में जब ये बात सच हुई, तो लोग हैरान रह गए. प्रशांत कीनि की भविष्यवाणी वाली पोस्ट अब सोशल मीडिया पर खूब शेयर की जा रही है.
भारत-बांग्लादेश के रिश्तों पर भविष्यवाणी
बांग्लादेश के तनाव से बचकर शेख हसीना सीधा भारत आ गई. जिसके बाद बांग्लादेश के लोगों को भारत पर काफी गुस्सा है. लेकिन आपको बता दें कि प्रशांत कीनि ने इस बात के लिए भी पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी. उन्होंने कहा था कि बांग्लादेश की अगली सरकार भारत के साथ अच्छा तालमेल रखेगी. लेकिन उनका कहना है कि बांग्लादेश के लोग भारतीय लोगों से गुस्सा हो सकते हैं इसलिए भारत के लोगों को उनसे सावधान रहना चाहिए.
क्या सत्ता में दोबारा लौटेंगी शेख हसीना?
बांग्लादेश से शेख हसीना के जाने के बाद उनकी वापसी के लिए आवाजें उठने लगी हैं. अवामी लीग ने ठाना है कि वह अपनी नेता को वापस लाकर रहेंगे. हाल ही में हसीना के बेटे साजिब वाजेद ने बयान दिय़ा था कि उनका परिवार अब राजनीति में एंट्री नहीं करेगा. लेकिन उन्होंने यह भी साफ किया जो कुछ भी हो रहा है उसके लिए वो चुप नहीं बैठेंगे. ऐसे में लोग ये उम्मीद जता रहे हैं कि उनकी वापसी हो सकती है.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)