Shri Mahalakshmi Suktam Path: श्री महालक्ष्मी सूक्तम् पाठ धन और समृद्धि के लिए पढ़ा जाता है. ये एक प्राचीन वैदिक मंत्र है जो देवी लक्ष्मी, धन और समृद्धि की देवी को समर्पित है. इस मंत्र का नियमित जाप करने से धन, वैभव, सुख और समृद्धि प्राप्त होती है. इसे शक्तिशाली साधन माना जाता है और मान्यता है कि इससे घर में सुख-समृद्धि आती है. ऋण से मुक्ति दिलाने और व्यक्ति को समाज में मान-सम्मान दिलाने के लिए भी ये पाठ करना लाभदायक होता है.
महालक्ष्मी सूक्तम् का पाठ
इस पाठ का अर्थ है, "हे जातवेद (ब्रह्मा), हे देव! आप मुझे सुनो. मैं सोने के रंग वाली, हिरण के सींगों वाली, सोने और चांदी के आभूषणों से सुसज्जित, चंद्रमा के समान चमकदार, सोने से बनी हुई, लक्ष्मी को अपने पास बुलाता हूँ."
महालक्ष्मी सूक्तम् का जाप कैसे करें?
जाप करने से पहले स्नान करके शुद्ध हो जाएं. एक शांत और साफ जगह पर पूर्व या उत्तर दिशा में मुख करके बैठें. आप रुद्राक्ष या तुलसी की माला का उपयोग इस पूजा में कर सकते हैं. पाठ करते समय मन में देवी लक्ष्मी की छवि रखें. इस पाठ को शुरू करने से सबसे शुभ दिन शुक्रवार, दीवाली और अमावस्या माना जाता है.
शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी को समर्पित होता है. इस दिन महालक्ष्मी सूक्तम् का जाप करने से विशेष लाभ मिलता है. दीपावली के दिन से अगर आप इसे शुरू करते हैं तो इसका फल मिलने में समय नहीं लगता. आप किसी अमावस्या के दिन से भी इसकी शुरुआत कर सकते हैं.
महालक्ष्मी सूक्तम् का जाप करते समय मन में किसी भी प्रकार की नकारात्मक भावना नहीं होनी चाहिए. इस मंत्र का नियमित जाप करने से बेहतर परिणाम मिलते हैं.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)