कल यानी सोमवार से महाराष्ट्र में सभी धर्मस्थलों को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा. महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के सभी धार्मिक स्थलों (Religious places) को खोलने की इजाजत दे दी है. इस आदेश के बाद अब मुंबई स्थित श्री सिद्धिविनायक मंदिर (Siddhivinayak Temple) भी दोबारा खुलने को तैयार है. मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष आदेश बांदेकर का कहना है कि हर घंटे 100 भक्तों को बप्पा के दर्शन की इजाजत दी जाएगी और रोजाना केवल 1000 भक्त ही बप्पा के दर्शन कर पाएंगे.
न्यूज एजेंसी ANI के हवाले से मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष आदेश बांदेकर ने कहा, मंदिर में आने के लिए भक्तों को मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना समेत सभी कोविड के गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य होगा.
राज्य सरकार की ओर से कहा गया है कि सोमवार को महाराष्ट्र के सभी मंदिरों और अन्य पूजा स्थलों को खोल दिया जाएगा और जल्द ही कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए नई गाइडलाइन जारी की जाएगी, जिसका पालन करना सबके लिए अनिवार्य होगा. मार्च में लॉकडाउन लागू होने के बाद से ही महाराष्ट्र में धर्मस्थलों को बंद कर दिया गया था, जो अब 16 नवंबर से खुलने जा रहे हैं.
मंदिरों को लंबे समय तक बंद रखने को लेकर महाराष्ट्र में सरकार के खिलाफ विरोध बढ़ता जा रहा था. बीजेपी ने तो मंदिरों को खुलवाने के लिए धरना प्रदर्शन तक किया था. यहां तक कि राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सरकार को इस बाबत पत्र भी लिख डाला था. एक महीने पहले सिद्धिविनायक मंदिर, शिरडी में साईं बाबा मंदिर और पुणे में तांबड़ी जोगेश्वरी मंदिर के बाहर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मंदिरों को खुलवाने को लेकर आंदोलन भी किया था.
Source : News Nation Bureau