2 जुलाई मंगलवार की रात लगभग 10:25 बजे सूर्य ग्रहण लगा. यह सूर्य ग्रहण 3 जुलाई की सुबह लगभग 3:20 बजे तक रहा. इस प्रकार यह सूर्य ग्रहण कुल लगभग 5 घंटे तक चला. ज्योतिष के मुताबिक यह ग्रहण मिथुन राशि और आर्द्रा नक्षत्र में लगा है. इस सूर्यग्रहण को पूर्ण सूर्य ग्रहण बताया जा रहा है. लेकिन भारत में भी लोग इस सूर्य ग्रहण को नहीं देख सके.
जानिए क्या होता है सूर्य ग्रहण
वैज्ञानिक परिभाषा के मुताबिक जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता है और सूर्य पूर्ण रूप से दिखाई देना बंद हो जाता है तो इसे ही सूर्य ग्रहण कहते है. ऐसा सूर्य ग्रहण पूर्ण सूर्य ग्रहण के नाम से जाना जाता है.
इस बार के सूर्यग्रहण की विशेषताएं
- इस बार होने वाला सूर्य ग्रहण पूर्ण सूर्यग्रहण था.
- भारत और पड़ोसी देशों में यह सूर्य ग्रहण नहीं दिया.
- इस सूर्य ग्रहण पर सूतक आदि के नियम लागू नहीं हुए.
- यह सूर्य ग्रहण अर्जेंटीना, पैसिफिक, चिली, ब्राज़ील और दक्षिण अमेरिका में देखा गया.
- सूर्य ग्रहण का असर हर राशि पर लगभग 15 दिनों तक बना रहा.
- सूर्य के विशेष रूप से प्रभावित होने की वजह से इसका असर हर राशि पर था.
इस सूर्य ग्रहण की नकारात्मक से बचने के उपाय
- सूर्य ग्रहण के दिन सूर्य मंत्र का ज्यादा से ज्यादा बार जप करें.
- ग्रहण के अगले दिन तांबे के बर्तन, लाल वस्त्र और गेंहू का दान करें.
HIGHLIGHTS
- मंगलवार की रात को होगा पूर्ण सूर्यग्रहण
- भारत और पड़ोसी देशों में यह सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा
- हर राशि पर 15 दिनों तक बना रहेगा सूर्य ग्रहण का असर