तनाव: आध्यात्मिक दृष्टिकोण
श्री श्री रवि शंकर( Shri Shri Ravishankar) तनाव को मानसिक स्थिति के रूप में विशेष ध्यान देते हैं. उनका मानना है कि तनाव के पीछे मानसिक और आध्यात्मिक कारण होते हैं. तनाव को दूर करने के लिए वह ध्यान, प्राणायाम, और आध्यात्मिक साधनाओं की प्रमुखता को मानते हैं.
ध्यान और प्राणायाम
श्री श्री रवि शंकर (Shri Shri Ravishankar) के अनुसार, ध्यान और प्राणायाम मन को शांति प्रदान करते हैं और तनाव को कम करने में मदद करते हैं. ध्यान और प्राणायाम का नियमित अभ्यास मानसिक स्थिति को स्थिर रखने में मदद करता है.
आत्म-समर्पण और सेवा
उनका मानना है कि तनाव को कम करने का एक और तरीका आत्म-समर्पण और सेवा है. जब हम दूसरों की मदद करते हैं और सेवा का भावना रखते हैं, तो हमारा मन संतुलित और शांत होता है.
सद्गुरु के संग
सद्गुरु के संग विचारों का आदान-प्रदान करने से तनाव को कम किया जा सकता है. सद्गुरु के उपदेशों को मानने और उनके मार्गदर्शन में चलने से जीवन में स्थिरता और सुख प्राप्त होता है.
आध्यात्मिक संगठन
आध्यात्मिक संगठनों का संग और उनके कार्यक्रमों में भाग लेना भी तनाव को कम करने का एक अच्छा तरीका है. आध्यात्मिक संगठनों में सदस्यता लेने से मानसिक और आध्यात्मिक स्थिति सुधारती है.
इस प्रकार, श्री श्री रवि शंकर( Shri Shri Ravishankar) के तनाव के विचार आध्यात्मिक संदेश के रूप में मान्यता प्राप्त करते हैं. उनके उपदेशों और संदेशों का अनुसरण करने से जीवन में स्थिरता, शांति, और सुख प्राप्त होता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau