Lucky Wife Sign: हर किसी की ख्वाहिश होती है कि उसे ऐसी पत्नी मिले जिसमें एक अच्छी व सफल गृहणी की सारी खूबियां हों. वह पति, सास, ससुर, देवर और अन्य रिश्तेदारों के साथ सभी पक्षों को लेकर चले, हमराही के रूप में हर कदम साथ खड़ी नजर आए. सुख दुख में सहभागी बने और वो पति को अंदर से ताकत और संभल दे. घर में खुशियों का माहौल हो, कभी अनबन का मौका आए तो भी पत्नी की एक मुस्कुराहट में सारे गम और झंझटें दूर हो जाएं. वह किस्मत पर चार चांद लगा दे.
जिन कन्याओं का चेहरा अपने पिता के चेहरे से मिलता जुलता हो वे बहुत ही भाग्यशाली होती है. इन्हें जीवन में हर वह सुख मिलता है जो वह चाहती है. इसके विपरीत माता से मिलते वाला पुरुष भाग्यशाली माना गया है. जिन कन्याओं का चेहरा गोल, चिकना और आकर्षक होता है वह किस्मत वाली होती हैं. जिन युवतियों को शरीर आगे की तरफ हाथी की तरह उठा हुआ होता है, वह सौभाग्यशाली होती है. ये पति के लिए बेहद लकी होती है.
जिन लड़कियों का ललाठ समतल और सिंदूर लगाने वाला स्थान कुछ उन्नत होता है वे सौभाग्यवती होती है. इनके सुहाग की उम्र लंबी होती है. अगर कन्या के बाल भूरे की तरह काले मेघमय हो और कुंड के समान मुड़े हो तो यह बड़ा ही शुभ माना जाता है. बाल चिकने, कोमल और मुलायम होना भी उत्तम कन्या की पहचान है. जिन युवतियों की भौंहें एक बराबर दूरी पर हो, सटी हुई नहीं हो और धनुष के समान झुकी हो, वे भाग्य शालिनी होती हैं.
युवतियों के नेत्र कमल की पंखुड़ी के समान और उनके बीच का स्थान दूध के समान सफेद हो ये कन्याएं पति के लिए भाग्यवर्धक होती हैं. जिन कन्याओं की भुजाओ में हड्डियों का जोड़ नज़र नहीं आता, हाथ व भुजायें कोमल होने के साथ हाथों में अधिक रोम नहीं होते, वे भी भाग्य शालिनी होती हैं. सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिन कन्याओं के पैरों के तलवे लालिमा युक्त और चिकने होते हैं, वे लक्ष्मी के समान होती हैं.
जिन कन्याओं के तलवे मानसल समतल और पसीने से रहित होते हैं, वे विवाह योग्य उत्तम मानी गई है. चिकने गोल उठे हुए और तांबे के समान रंग वाले नाखून शुभ होते हैं. शास्त्रों में वर्णित है कि लंबे बालों वाली महिलाएं पदमनी होती है अर्थात उच्च कोटि की होती है. लंबे और रेशमी बाल शुभता और सौंदर्य का प्रतीक है. सामुद्रिक शास्त्र में लंबी गर्दन वाली महिलाओं को मंगलकारी माना गया है.
सामुद्रिक शास्त्र व भविष्य पुराण में लिखा है की ऊंचे, सुडौल व बड़े वक्श स्थल वाली स्त्रियां सौभाग्यशाली होती हैं. इनके सुडौल वक्षस्थल धन, समृद्धि व सौभाग्य के प्रतीक है. बड़े वक्क्षस्थल वाली स्त्रियां पति के लिए एक तरह से तारणहार होती हैं. इनकी संतान भी अपेक्षाकृत ज्यादा बेहतर और सफल होती है. जिन कन्याओं की जंघाएं पुष्ट व मानसल होती हैं, वे वैभवशाली होती हैं. इनके कारण ही पति को मकान और वाहन आदि का सुख बेहतर ढंग से प्राप्त होता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)