Veerabrahmendra Swamys Predictions: श्री वीर ब्रह्मेंद्र स्वामी ने आज से लगभग 1000 साल पहले ताड़ पत्रों पर भविष्य में होने वाली घटनाओं पर एक पुस्तक लिखी, जिसका नाम था 'काल ज्ञानम' अर्थात समय का ज्ञान. इस पुस्तक को स्वामी जी ने जमीन में गाढ़ दिया और इसके ऊपर एक इमली का वृक्ष लगा दिया, जो आज एक विशाल वृक्ष का रूप ले चुका है. ये इमली का वृक्ष लगभग 1000 साल से अपने नीचे बहुत सारे राज़ दबाए हुए है. लेकिन इस पुस्तक का एक छोटा सा अंश आज भी उपलब्ध है, जिसमें कब कौन से दिन क्या होने वाला है सब कुछ डेट के साथ लिखा हुआ है. उन्होंने अपनी भविष्यवाणियों में प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, भूकंप, सुनामी, सूखा, ज्वालामुखी आदि के साथ ही तृतीय विश्व युद्ध, हिंदुओं का दूसरे धर्म से युद्ध, हिन्दू जातियों की आपस में लड़ाई, तानाशाही, राजा का राज़, भगवान कल्कि का आगमन, कलयुग का अंत और सतयुग का आगमन आदि घटनाओं का जिक्र किया है.
इनकी कुछ भविष्यवाणियां पहले ही सत्य हो चुकी हैं. जैसे कि प्रथम विश्व युद्ध, 2000 की सुनामी, 92 में भूकंप, चाइना में सुपर टाइफून नीना जिसमे लाखों लोग काल के आगोश में समा गए थे. 1974 में बांग्लादेश में पड़ा सूखा जिसमें बहुत सारे लोग मौत के मुंह में समा गए थे. अंग्रेजों के भारत पर राज़ करने की भविष्यवाणी. इलेक्ट्रिसिटी का आविष्कार, 1984 में भोपाल गैस त्रासदी, माता द्वारा बच्चों की हत्या, खाद्य पदार्थों में मिश्रण, सरसों वाइरस, पाकिस्तान में भुखमरी आदि.
श्री वीर ब्रह्मेंद्र स्वामी की सत्य होती हुई भविष्यवाणियों को देखकर भारत सरकार भी हैरान हो गई है. अब इमली के वृक्ष के नीचे से किताब को निकालने की तैयारी चल रही है. यह पुस्तक तेल्गू भाषा में लिखी गई है, जिसका हिंदी में अनुवाद करके कुछ चौंकाने वाली भविष्यवाणियां हम आपको बताने वाले हैं.
साल 2024-2025 की बड़ी भविष्यवाणियां
बदल जाएगी भारत की राजधानी क्रोधिवर्ष 2024-25 में भारत को भीषण गृह युद्ध एवं भारी युद्ध का सामना करना पड़ सकता है. अगस्त के बाद में देश में भयंकर ग्रह युद्ध हो सकता है, जिसमें शीर्ष के नेताओं को उनके परिवारों के साथ में समाप्त कर दिया जाएगा. जैसा कि रूसी क्रांति के समय रूसी राजा और उसके रिश्तेदारों के साथ हुआ था. दिल्ली की राजधानी बदलकर कर्नाटक राज्य में कर दिया जाएगा. इस समय भारत पर बम के द्वारा हमला होगा और युद्ध की स्थिति बनेगी.
युद्ध और आपदाओं से घिर जाएगा भारत इस युद्ध का नेतृत्व भगवान कल्कि के सेनापति के द्वारा किया जाएगा. इसी वर्ष नेल्लोर शहर भी जलमग्न हो जाएगा. बालाजी मंदिर पर बम से हमला हो सकता है. जब यहां पर बम से हमला किया जाएगा तब मंदिर के कपिल ध्वस्त से ओम की ध्वनि चारों ओर सुनाई देगी और भगवान की मूर्ति को कांदी मल्ला या पल्ले में स्थानांतरित कर दिया जाएगा. जहां पर श्री वीर ब्रह्मेंद्र स्वामी समाधि में लीन हैं.
तिरुपति में भयंकर भूकंप आएगा जिसकी वजह से तिरुपति जाने वाले सारे रास्ते बंद हो जाएंगे और बाद में यह स्थान जंगली जानवरों का गढ़ बन जाएगा. तिरुपति मंदिर की तरह ही पूरे भारत में स्थित 120 मंदिरों को हिंदू विरोधी तत्वों के द्वारा पूरी तरह से नष्ट कर दिया जाएगा. काशी मंदिर 40 दिनों के लिए बंद रहेगा. इसी तरह श्री कालहस्ती श्री सेलम कुमार स्वामी मंदिर भी एक सप्ताह तक बंद रहेंगे.
हिंदू मंदिरों को होगा खतरा हो सकता है कि 2024 या इसके बाद में कर्नाटक के मंदिरों पर मुस्लिम महिला आतंकवादियों द्वारा हमला किया जाएगा और अंत में श्री काल हस्तेश्वर देवी कनक दुर्गा की मूर्तियों को ब्रह्मगिरी मुतम में स्थानांतरित कर दिया जाएगा. पिछले कई दशकों से हिन्दू मंदिरों में मूर्तियों को नष्ट करना, उन्हें फेंकना, कुछ नींबू रखना जैसी कई घटनाएं हुई ताकि हिन्दुओं को ये विश्वास दिलाया जा सकेगी कि मंदिरों के नीचे खजाना छिपाया हुआ है. ये और कुछ नहीं बस खजाने के नाम पर हिन्दू मंदिरों को नष्ट करने की साजिश है, ऐसा माना जाता है कि तिरुपति बालाजी मंदिर के नीचे, दूसरी ओर साध्वी पर क्षतिग्रस्त है और किसी भी समय मंदिर को क्षति पहुंच सकती है. तिरुपति मंदिर पर आतंकी हमले की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau