The Land of Black Magic: भारत के असम में मायोंग नाम का एक ऐसा गांव है जिसे दुनिया भर में काला जादू की राजधानी के नाम से लोग जानते हैं. मायोंग जाने से ना सिर्फ आम लोग डरते हैं बल्कि तांत्रिक और अघोरी भी डरते हैं. ऐसा कहा जाता है कि मायोंग की साधिकाएं पुरुषों को कुत्ता बिल्ली बना के अपने पास रख लेती हैं. यह भी कहानियां हैं कि वहां की साधिकाएं, पेड़ों को उड़ाती है और उसी पर हर जगह घूमती हैं. असम के कामाख्या देवी मंदिर से 45 किलोमीटर दूर मयंग गांव जिसे कुछ लोग मायोंग भी कहते हैं में लोग रात में छोड़िए, दिन में भी जाने से डरते हैं. कामाख्या देवी मंदिर के आसपास का क्षेत्र महिला प्रधान क्षेत्र है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार महादेव ने कलयुग में सारे तंत्रों पर बंधन कर दिया. सिर्फ स्त्री तंत्र को छोड़ दिया था. इसलिए स्त्री तंत्र का जो सट कर्म है यानि मारन मोहन उचाटन, वशीकरण ये सबसे तेज चलता है. सारे तांत्रिक अघोरी माया उनसे आज भी डरते है.
काले जादू की शुरुआत (Origin of black magic)
असम के मोरी गांव नाम के जिले में स्थित एक छोटा सा मायंग नाम का गांव जिस गांव में ना जाने कितने सालों से मंत्रो और काली शक्तियां के जाल बुने जा रहे हैं. माना जाता है कि महाभारत से भी इस जगह का रिश्ता है. महाभारत में भीम पुत्र घटोत्कच्छ मायोंग गांव का ही राजा था. इस दुनिया में काली शक्ति काला जादू की शुरुआत मायोंग से ही हुई है. ऐसा भी कहा जाता है कि इस गांव के चप्पे-चप्पे में जगह-जगह में ऐसे मंत्र गढ़े हुए हैं जिस मंत्र के ऊपर अगर किसी भी इंसान ने सिद्धि प्राप्त कर ली तो वो चुटकियों में किसी इंसान को एक जानवर में तब्दील कर सकता है.
एक साथ एक लाख लोग हो गए थे गायब
ये एक ऐसा खौफनाक गांव है जहां पर आने से अच्छे अच्छे लोग कतराते हैं. एक बार की बात है, मुगल सम्राट मोहम्मद शाह ने ये सोचा था की हम आसाम में चढ़ाई करेंगे और चढ़ाई करने के लिए उन्होंने धावा बोल दिया. मायो के तरफ. लेकिन मायो की तांत्रिकों को जब ये बात पता चली तो उन लोगों ने एक अदृश्य दीवार खड़ी कर दी. इनकी सीमा पर जैसे ही उस मुगल बादशाह की 1,00,000 सेना दीवार के अंदर एंटर हुई तो हमेशा हमेशा के लिए लापता हो गई. उनका आज तक कभी कुछ पता नहीं चला.
बूढ़ा गांव का रहस्य
एक ऐसा गांव है जिस गांव का नाम लेने से आसपास के लोग कतराते हैं. इतना ही काफी नहीं है ये ऐसा गांव है जिसके अंदर एक और छोटा यानि की इसका सब रिजयन मौजूद है, जिसका नाम है बूढ़ा मायोंग. माना जाता है की बूढ़ा मायोंग के अंदर भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणपति की एक ऐसी मूर्ति स्थापित है जो की तांत्रिक विद्या के लिए तांत्रिक उपयोग करते हैं.
मायोंग का मायावी कुंड
ये ऐसी मूर्तियां हैं जो आम इंसानों ने ना ही कभी देखी हैं और ना ही पूजा पाठ में उनका कभी उपयोग किया होगा. इसी बूढ़े मायोंग के अंदर एक कुंड स्थापित है. माना जाता है कि इस कुंड का पानी वहां की तंत्र शक्तियों की वजह से कभी भी किसी भी हालातों में सूखता नहीं है. जानकारों की मानें तो इसी कुंड के ऊपर ऐसी ऐसी चीजें मौजूद हैं जिनके ऊपर मंत्र लिखे हुए है. कोई इंसान चाहे तो उन मंत्रों को पढ़ सकता है, उनमें बताए हुए तरीके से सिद्धि प्राप्त कर सकता है और उसके बाद उसके अंदर ऐसी असीम शक्तियां आ सकती है जिसके बारे में उसने कभी कल्पना भी नहीं की होगी.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau