Hindus in Pakistan: पाकिस्तान में जनसंख्या वृद्धि 2023 की जनगणना की रिपोर्ट से ऐसा चौकाने वाला खुलासा हुआ है जिसकी चर्चा अब चारों ओर हो रही है. इस रिपोर्ट में पाकिस्तान की जनसंख्या में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल रहा है, जो पाकिस्तान के सांख्यिकी ब्यूरो द्वारा तैयार की गई है. इसमें पाकिस्तान की जनसंख्या के विस्तृत आंकड़े पेश किए गए हैं. तो पाकिस्तान की सातवीं जनगणना रिपोर्ट जो 2023 में कराई गई है उसके अनुसार वहां हिंदू धर्म की आबादी के बारे में क्या सच सामने आया है ये आंकड़ा भारत में ही नहीं बल्कि विश्वभर में रहने वाले हिंदुओं के लिए अच्छी खबर हो सकती है. तो आइए जानते हैं कि पाकिस्तान की जनसंख्या रिपोर्ट में क्या खुलासा हुआ है.
पाकिस्तान की कुल जनसंख्या
2023 की जनगणना के अनुसार, पाकिस्तान की कुल जनसंख्या अब 24 करोड़ हो गई है. 2017 में पाकिस्तान की जनसंख्या 20.76 करोड़ थी. इसका मतलब है कि पिछले छह वर्षों में जनसंख्या में लगभग 4 करोड़ की वृद्धि हुई है. इस अवधि में जनसंख्या वृद्धि दर 2.55% रही है, जो दर्शाती है कि पाकिस्तान की जनसंख्या लगातार बढ़ रही है.
धार्मिक जनसंख्या में परिवर्तन
पाकिस्तान की मुस्लिम जनसंख्या में भी बदलाव देखने को मिला है. 2017 में पाकिस्तान की मुस्लिम जनसंख्या 96.47% थी, जबकि 2023 में यह आंकड़ा 96.3% हो गया है. हालांकि यह केवल 0.12% की मामूली गिरावट है, फिर भी यह बदलाव को दर्शाता है. ये आंकड़े साफ बताते हैं कि पड़ोसी देश में मुस्लिम जनसंख्या दर घट रहा है.
दूसरी ओर, हिंदू जनसंख्या में वृद्धि हुई है. 2017 में पाकिस्तान में हिंदुओं की संख्या 35 लाख थी जो 2023 में बढ़कर 38 लाख हो गई है. हालांकि, हिंदुओं की कुल जनसंख्या प्रतिशत 2017 में 1.73% थी जो अब घटकर 1.61% हो गई है. लेकिन बावजूद इसके हिंदूओं का वजूद पाकिस्तान में मुस्लिमों की तुलना में ज्यादा बढ़ा है, जो हिंदू समाज के लोगों के लिए अच्छी खबर है. पाकिस्तान में की हिंदू ऐतिहासिक मंदिर और गुरुद्वारे भी हैं जहां हर साल विदेशों से लोग माथा टेकने आते हैं. हिंदू धर्म को मानने वाले लोग पाकिस्तान के सबसे रईस लोगों की लिस्ट में भी शुमार हैं.
युवा आबादी की भूमिका
2023 की जनगणना के अनुसार, पाकिस्तान की 67% आबादी 30 वर्ष से कम उम्र की है जबकि 80% आबादी 40 वर्ष से कम उम्र की है. यह आंकड़े बताते हैं कि पाकिस्तान की अधिकांश जनसंख्या युवा है जो देश के विकास और प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है. इसके विपरीत, 67 वर्ष से अधिक आयु के लोग केवल 3.55% हैं, जो यह दर्शाता है कि वृद्ध जनसंख्या का हिस्सा काफी कम है. जनगणना 2023 से यह साफ होता है कि पाकिस्तान की जनसंख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है, और यह वृद्धि धार्मिक समुदायों के भीतर भी देखी जा रही है. आने वाले वर्षों में, यह देखा जाएगा कि जनसंख्या वृद्धि का देश की आर्थिक और सामाजिक संरचना पर क्या प्रभाव पड़ता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)