Year 2025 Predictions: भारत में कई ऋषि मुनि हुए और आज भी हैं. कुछ लोगों को उन्होने ऐसी भविष्यवाणियों के बारे में बताया जिसका प्रभाव आज वो देख रहे हैं. ये तीन साल बदलाव के साल साबित होने वाले हैं. साल 2025 में क्या होगा इसकी भविष्यवाणी काशी के ऋषि भी पहले ही कर चुके हैं. उन्होने पिछले तीन सालों में जो कहा वो सच होता आया है और अब आने वाला साल जिस तरह के होने के संकेत उनसे मिले हैं वो मानव जीवन के लिए बहुत बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं. आइए जानते हैं कि आने वाला साल कैसा रहेगा.
साल 2025 से पहले एक विश्व युद्ध होगा और इससे पहले के तीन साल, यानी 2023 से 2025 तक दुनिया में बड़े प्राकृतिक और राजनीतिक परिवर्तन होंगे. उन्होंने कहा कि इन तीन वर्षों में भूकंप, सुनामी जैसी प्राकृतिक आपदाएं आएंगी, जिनमें बहुत से अच्छे लोग भी मारे जाएंगे. इन घटनाओं के कारण मानव जनसंख्या में कमी आनी शुरू हो जाएगी. काशी के इन ऋषि की बात मानें तो साल 2025 में विश्व युद्ध होगा, जो इस दुनिया को एक नए युग में प्रवेश करने के लिए मजबूर कर देगा. ऋषि ने यह भी कहा कि इन तीन वर्षों के दौरान न केवल प्राकृतिक आपदाएं होंगी, बल्कि राजनीतिक उथल-पुथल, महामारियां और युद्ध भी होंगे. इन घटनाओं के कारण लोग धार्मिक सोच की ओर लौटेंगे और उनकी आस्था ईश्वर में बढ़ेगी. उनका मानना था कि इन घटनाओं के माध्यम से दुनिया में बहुत बड़ा परिवर्तन होगा और यह परिवर्तन सभी को प्रभावित करेगा. उन्होंने यह भी कहा कि यह समय ऐसा होगा जब मानवता के लिए कुछ सिखने की जरूरत होगी.
देश भर में यात्रा करने वाले काशी के ऋषि की इस भविष्यवाणी को धीरे-धीरे सच होता देखा जा रहा है. ऋषि ने स्पष्ट किया कि दुनिया जिस तरह से पाप और लोभ की ओर बढ़ रही है, उससे प्रकृति अपनी शक्ति का इस्तेमाल करेगी और इसे नियंत्रित करने का प्रयास करेगी. उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया पहले से ही शुरू हो चुकी है और आने वाले तीन सालों में इसे और अधिक स्पष्ट देखा जाएगा. यह समय दुनिया के लिए एक परीक्षा जैसा होगा, लेकिन अगर इस दौरान लोग ईश्वर से जुड़ते हैं, तो इसमें कोई बुराई नहीं है. दुनिया में सत्य और धर्म का पुनः उदय होगा, और जो लोग सत्य के पथ पर हैं, उन्हें संरक्षण मिलेगा.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)