Rajyog: ग्रहों के राज सूर्य का हमारे जीवन पर बेहद खास असर पड़ता है. इसे आप किसी व्यक्ति की आत्मा मान सकते हैं, जिस तरह से आत्मा का जीवन में स्वस्थ रहना जरूरी है उसी तरह से हमारी जन्म कुंडली में सूर्य का शुभ फल मिलने बेहद जरूरी है. अगर आप जीवन में तरक्की पाना चाहते हैं तो आपको सूर्यदेव की पूजा करनी चाहिए. सुबह सूर्योदय के समय उठकर उन्हें नमस्कार करना, जल अर्पित करने से कुंडली में अशुभ परिणाम दे रहा सूर्य ग्रह भी शुभ फल प्रदान करने लगता है. लेकिन आपकी जन्म कुंडली में अगर सूर्य के ये तीन योग बन जाएं तो फिर आपको किसी तरह के उपाय की जरूरत नहीं. आपको धनवान और कामयाब बनने से कोई नहीं रोक सकता.
सूर्य ग्रह का उभयचारी योग: ये राजयोग ऐसा है जो आपको छोटी सी जगह से उठाकर इस तरह की ऊंचाईयों पर पहुंचा देता है कि आप अन्य लोगों के लिए मिसाल बन जाते हैं. इन्हें विश्व प्रसिद्धि तो मिलती ही है साथ ही इनमें इस तरह की काबलियत होती है कि ये हर समस्या का समाधान बिना चिंता किए आसानी से कर पाते हैं. इन लोगों को राजनीति में काफी फायदा होता है. किसी कंपनी में ये सबसे सीनियर पद पर ही विराजमान होते हैं. जीवन में ऐसा कुछ नहीं होता जिसकी ये कल्पना करें और वो इन्हें ना मिले. बस इन्हें निरंतर सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए. अपने पास लाल रंग का रुमाल तो रखे हीं साथ ही सूर्योदय से पहले उठकर सूर्य देव को जल भी चढ़ाएं. आपको ये भी बता दें कि जब कुंडली के आगे के घर और पीछे के घर में चंद्रमा, राहु और केतु के अलावा कोई ग्रह होता है तब उभयचारी राजयोग बनता है. इसे आप ऑनलाइन एप खुद भी चेक कर सकते हैं.
सूर्य ग्रह का वेशि योग: सूर्य के अगले घर में चन्द्रमा, राहु या केतु को छोड़कर कोई ग्रह होता है तो इससे वेशि योग बनता है. ऐसे में आपको जीवन में सफलता तो मिलती ही है लेकिन यश, प्रसिद्धि, संपत्ति और धन की भी जीवन में कभी कमी नहीं होती. आप अगर अपने खाने में गुड़ का इस्तेमाल करें तो इससे भी आपको लाभ मिलेगा. शुरुआत में ये लोग जितनी कठिनाइयों का सामना करते हैं आगे जीवन में इन्हें उतने ही सुख मिलते हैं.
सूर्य ग्रह का वाशि योग: ये योग व्यक्ति को बुद्धिमान, ज्ञानी और धनवान बनाने वाला होता है. अगर आपकी कुंडली में वाशि योग है तो आप आखिरी दम तक राजा की तरह जिएंगें. खूब विदेश यात्रा करेंगे. इन्हें सफलता घर से दूर जाने के बाद ही मिलेगी. ध्यान रखें कि आप हमेशा सोने के लिए लकड़ी से बनें पलंग का ही इस्तेमाल करें और हर दिन सूर्य को अर्घ्य जरूर दें. वैसे आपको बता दें कि जब जन्मकुंडली में सूर्य ग्रह के पीछे के घर में कोई ग्रह होता है तब वाशि योग बनता है. लेकिन उस घर में कभी भी चंद्रमा, केतु या राहु नहीं होना चाहिए.
ये सारी जानकारी वैदिक ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है.
Source : News Nation Bureau