Sheetala Mata ke Bhog: शीतला माता के प्रिया हैं ये भोग, आपकी हर मनोकामना होगी पूरी शीतला माता, भारतीय हिंदू धर्म में एक प्रमुख देवी हैं. वे स्वास्थ्य, रोगनिवारण, और अच्छे स्वास्थ्य की देवी मानी जाती हैं. शीतला माता को अक्सर मां शीतला, शीतला देवी, या शीतला देवता के रूप में भी जाना जाता है. शीतला माता की पूजा भारतीय समाज में विभिन्न रूपों में की जाती है, लेकिन सामान्य रूप से उन्हें गर्मी के मौसम में महत्वपूर्ण माना जाता है, खासकर रोगों की सुरक्षा के लिए. इनकी पूजा के दौरान लोग उनकी कृपा को प्राप्त करने के लिए व्रत रखते हैं और उनके मंदिरों में जाते हैं. विशेषकर भारत के उत्तरी राज्यों में, जैसे कि पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, और हिमाचल प्रदेश में, शीतला माता का पूजा का उत्सव विशेष धूमधाम से मनाया जाता है. शीतला माता को एक संज्ञान माता के रूप में भी जाना जाता है, जो अपने भक्तों की सुरक्षा और कल्याण के लिए समर्पित हैं. उनकी पूजा का मुख्य उद्देश्य है रोगों से सुरक्षा प्रदान करना और लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा करना. विशेष रूप से शीतला माता की पूजा माँ के समीपवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचलित है.
1. ठंडी सामग्री: दही शीतलता का प्रतीक है और शीतला माता को यह बहुत पसंद है. आप सादा दही या मीठा दही चढ़ा सकते हैं. चावल को भी शीतला माता का प्रिय भोग माना जाता है. आप दूध में पका हुआ मीठा चावल (ओलिया) या खिचड़ी चढ़ा सकते हैं. खीर भी शीतला माता को भोग लगाने के लिए अच्छा है. आप दूध, चावल और चीनी से बनी खीर चढ़ा सकते हैं. शीतला माता को ठंडे फल जैसे कि तरबूज, खरबूजा, खीरा, ककड़ी, और अमरूद चढ़ाए जाते हैं.
2. मीठे व्यंजन: पूड़ी को भी शीतला माता का प्रिय भोग माना जाता है. आप आटे से बनी पूड़ी और सब्जी चढ़ा सकते हैं. कचौड़ी भी उनके प्रिय भोग में से एक है. आप मैदे से बनी कचौड़ी और सब्जी का भोग लगा सकते हैं. हलवा भी शीतला माता को भोग लगाने के लिए एक अच्छा विकल्प है. आप सूजी, गेहूं का आटा, या बेसन से बनी हलवा चढ़ा सकते हैं. आप लड्डू, बर्फी, या जलेबी जैसी मिठाई भी मिठाई का भोग लगा सकते हैं.
3. अन्य: आप नारियल को फोड़कर उसका पानी और गूदा चढ़ा सकते हैं. पान भी शीतला माता को भोग लगाने के लिए एक अच्छा विकल्प है. शीतला माता को फूल जैसे कि गुलाब, चमेली, या गेंदा चढ़ा सकते हैं. भोग लगाते समय आप इन बातों का खास ख्याल रखें. भोग साफ और ताजा होना चाहिए. इसे भक्ति और श्रद्धा के साथ चढ़ाएं. भोग को गरीबों और जरूरतमंदों में बांटें. शीतला माता को भोग लगाने से ही आपको शीतलाष्टक का फल प्राप्त नहीं होगा. आपको इसके लिए शीतला माता की पूजा भी करनी होगी.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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Source : News Nation Bureau