Vastu Tips: हिंदू धर्म में पेड़ पौधों को भगवान की तरह पूजा जाता है. कुछ ऐसे पौधे भी हैं जिन्हे घर पर लगाने से तरक्की के रास्ते खुल जाते हैं. लेकिन, इस तरह का पौधों को लगाने का सही तरीका और सही दिशा होती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, मनी प्लांट का घर में होना समृद्धि और उन्नति का प्रतीक माना जाता है. अगर इसे सही तरीके से नहीं लगाया गया तो यह तरक्की में बाधा उत्पन्न कर सकता है. मनी प्लांट के पौधे को लगाने का एक विशेष तरीका होता है जिससे न सिर्फ आपकी आय में वृद्धि हो सकती है बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है.
मनी प्लांट को जमीन पर फैलने से रोकें
अगर आपका मनी प्लांट जमीन पर फैलता है तो यह वास्तु दोष उत्पन्न करता है. जितना ज्यादा मनी प्लांट जमीन पर फैलेगा, उतनी ही ज्यादा आपकी आय में रुकावटें आएंगी. इससे घर में पैसों की तंगी हो सकती है और बार-बार आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. इसलिए मनी प्लांट को ऊपर की ओर बढ़ने देना चाहिए, ताकि वह जमीन पर न फैले और आपकी तरक्की के रास्ते में बाधा न बने.
मनी प्लांट को सही जगह पर लगाएं
मनी प्लांट को हमेशा कांच की बोतल या फिर मिट्टी के गमले में लगाना चाहिए. कांच की बोतल में लगाने से घर में शुभ परिणाम देखने को मिलते हैं, जबकि टूटी-फूटी प्लास्टिक की बोतलों में मनी प्लांट लगाना वास्तु दोष उत्पन्न कर सकता है. ऐसे घरों में राहु, केतु और शनि का प्रभाव अधिक होता है, जिससे स्वास्थ्य, व्यापार और धन की समस्याएं पैदा हो सकती हैं.
टूटे-फूटे बर्तनों से बचें
वास्तु शास्त्र में यह भी कहा गया है कि घर में टूटे-फूटे बर्तन रखना अशुभ होता है. ऐसे बर्तनों में गलती से भी मनी प्लांट या किसी अन्य पौधे को न लगाएं. यह न केवल आपके घर के लिए बल्कि आपके स्वास्थ्य और व्यापार के लिए भी हानिकारक हो सकता है. टूटे हुए बर्तनों में पौधे लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और तरक्की में रुकावटें आती हैं.
मनी प्लांट आपके घर में समृद्धि और उन्नति का प्रतीक हो सकता है, लेकिन इसे सही तरीके से लगाना बेहद महत्वपूर्ण है. वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करते हुए मनी प्लांट को सही जगह और सही सामग्री में लगाएं, ताकि आपके घर में सुख-शांति और तरक्की बनी रहे.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)