Shiv Tandav Stotram: आज महाशिवरात्रि पर जरूर पढ़ें शिव तांडव स्त्रोत, दूर रहेंगे दुश्मन

Shiv Tandav Stotram: शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करने के लिए एक विशेष रूप से शुभ अवसर है. इस स्तोत्र में भगवान शिव के तांडव नृत्य का वर्णन है, जो उनके क्रोध और शक्ति का प्रतीक है.

author-image
Inna Khosla
New Update
Shiv Tandav Stotram

Shiv Tandav Stotram( Photo Credit : social media)

Advertisment

Shiv Tandav Stotram: महाशिवरात्रि पर शिव तांडव स्त्रोत का पठन महत्वपूर्ण है. यह प्राचीन शिव स्तोत्र है जो महादेव शिव की महिमा, शक्ति और शांति की महत्ता को व्यक्त करता है. शिव तांडव स्त्रोत में भगवान शिव के नाम, गुण, और महत्त्व का वर्णन है जो उनकी अमृतता और उनके महानता को दर्शाता है. इसका पठन महाशिवरात्रि के पवित्र दिन पर भगवान शिव के प्रति भक्ति और श्रद्धा का अभिव्यक्ति के रूप में किया जाता है. यह एक परंपरागत प्रथा है जो भक्ति और ध्यान के माध्यम से मानव को भगवान के पास आने का अवसर देती है और उसे आत्मशांति और समृद्धि की प्राप्ति का मार्ग प्रदान करती है. इसलिए, महाशिवरात्रि पर शिव तांडव स्त्रोत का पठन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है. महाशिवरात्रि, भगवान शिव की सबसे पवित्र रात्रि, शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करने के लिए एक विशेष रूप से शुभ अवसर है. इस स्तोत्र में भगवान शिव के तांडव नृत्य का वर्णन है, जो उनके क्रोध और शक्ति का प्रतीक है.

महाशिवरात्रि पर शिव तांडव स्त्रोत पढ़ने के कुछ प्रमुख महत्व इस प्रकार हैं:

1. भगवान शिव की कृपा प्राप्ति: इस स्तोत्र का पाठ करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है.

2. मनोकामनाओं की पूर्ति: मान्यता है कि यदि इस स्तोत्र का पाठ सच्चे मन से किया जाए, तो भगवान शिव भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं.

3. नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति: इस स्तोत्र का पाठ नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति दिलाता है और भक्तों को सुरक्षा प्रदान करता है.

4. पापों का नाश: यह स्तोत्र पापों का नाश करने और आत्मा को शुद्ध करने में मदद करता है.

5. मोक्ष प्राप्ति: इस स्तोत्र का नियमित पाठ मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करता है.

6. आध्यात्मिक उन्नति: शिव तांडव स्त्रोत का पाठ आध्यात्मिक उन्नति में सहायक होता है.

7. भय का नाश: इस स्तोत्र का पाठ भय और चिंता को दूर करने में मदद करता है.

8. मन की शांति: यह स्तोत्र मन को शांति और स्थिरता प्रदान करता है.

9. ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति: इस स्तोत्र का पाठ ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति दिलाता है.

10. स्वास्थ्य लाभ: मान्यता है कि इस स्तोत्र का पाठ स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है.

महाशिवरात्रि पर शिव तांडव स्त्रोत पढ़ने की विधि: स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें.  भगवान शिव की प्रतिमा के समक्ष बैठें. दीप प्रज्वलित करें और धूप-दीप अर्पित करें. शिव तांडव स्त्रोत का 11, 21, 51 या 108 बार पाठ करें. पाठ के बाद भगवान शिव से प्रार्थना करें.
यह भी ध्यान रखें कि स्तोत्र का पाठ करते समय एकाग्रता बनाए रखें. स्तोत्र का उच्चारण सही ढंग से करें. आपको स्तोत्र का अर्थ नहीं पता है, तो इसका अनुवाद पढ़कर समझें. महाशिवरात्रि पर शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करना एक अत्यंत फलदायी कार्य है. यदि आप भगवान शिव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करना चाहते हैं, तो इस स्तोत्र का पाठ अवश्य करें.

Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप visit करें newsnationtv.com/religion

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

Source : News Nation Bureau

Religion News in Hindi रिलिजन न्यूज Religion News Religion shiv tandav stotram shiva tandava stotram shiva tandav stotra
Advertisment
Advertisment
Advertisment