Hanuman Temple of India: मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करने के कई फायदे होते हैं. यह विशेष दिन हनुमान जी के भक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. भारतभर में ऐसे कई हनुमान मंदिर हैं जिनकी ना सिर्फ मुर्तियां अद्भुत है बल्कि यहां चमत्कार भी होते हैं. ब्रह्मचार्य का पालन करने वाले बजरंगबली कहीं पत्नी के साथ पूजे जाते हैं तो कहीं इनकी लेटी हुई प्रतिमा को पूजा जाता है. इतना ही नहीं भारत में एक मंदिर ऐसा भी है जहां उल्टे हनुमान की पूजा होती है. ये मंदिर कहां हैं और इनकी क्या मान्यता है ये सब जानिए.
यहां पत्नी के साथ पूजे जाते हैं हनुमान
भारत के तेलंगाना में हनुमान जी को विवाहित माना पूजा जाता है. हैदराबाद से 220 कि.मी की दूर खम्मम जिला में हनुमानजी का एक ऐसा मंदिर प्रसिद्ध है जहां उनकी पत्नी के साथ उनकी मूर्ति स्थापित की गई है. भगवान हनुमान की पत्नी का नाम सुवर्चला था. हनुमान जी की विवाह कथा रामायण में विस्तृत रूप से मिलती है. भगवान हनुमान ने राम के भक्त होने के कारण उनका विवाह किया था. हनुमान जी के विवाह से उनकी पत्नी सुवर्चला भक्ति और श्रद्धा की मिसाल बन गई थीं. उन्होंने भगवान हनुमान की भक्ति में अपना पूरा जीवन समर्पित किया था और उनके साथी रूप में हर कदम पर रहीं.
हनुमान के नारी स्वरूप को यहां पूजते हैं
बजरंगी का यह पावन धाम ऐसा है जहां पर उनके नारी स्वरूप की पूजा की जाती है. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर से 25 कि. मी. दूर पर ये हनुमान मंदिर स्थित है. रतनपुर नाम के इस स्थान को महामाया नगरी के नाम से भी जाना जाता है. ये विश्व का एकमात्र ऐसा मंदिर है यहां पर हनुमान बाबा के नारी स्वरूप को पूजा जाता है. ये बजरंग बली का स्वयंभू अवतार है. ये गिरजाबन हनुमान मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है.
यहां है उल्टे हनुमान का मंदिर
उल्टे हनुमान जी का यह प्रसिद्ध मंदिर मध्यप्रदेश में स्थित है. उज्जैन नगरी से महज 30 किमी की दूरी पर श्री हनुमान जी की उल्टे रूप की पूजा की जाती है. मंदिर में भगवान हनुमान की उलटे मुख वाली सिंदूर से सजी मूर्ति विराजमान है. मान्यता है कि इस मंदिर में अगर कोई भी व्यक्ति 3 या 5 मंगलवार तक बजरंगबली के दर्शन लगातार करने आता है तो इससे उसके सब कष्ट मिट जाते हैं.
प्रयाग के लेटे हनुमान
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में संगम तट पर स्थित है हनुमान जी की यह लेटी हुई प्रतिमा. 20 फीट लम्बी इस प्रतिमा को हर साल गंगा जी स्नान कराने के लिए आती हैं। देश-दुनिया में जहां नदियों के जलस्तर को एक संकट के रूप में देखा जाता है, वहीं इस मंदिर के भक्त गंगा के जलस्तर को शुभता की दृष्टि से देखते हैं. मान्यता है कि जिस साल गंगा जी हनुमान जी को स्नान करने में असमर्थ रहती है तो वह उसकी भरपाई अगले वर्ष उन्हें कई बार स्नान कराकर करती हैं.
बालाजी हनुमान मंदिर, राजस्थान
दाढ़ी और मूंछ वाली अनोखी हनुमान जी की मूर्ति को लोग सालासर वाले हनुमान जी के नाम से संबांधित करते हैं. यह मंदिर राजस्थान के चुरू जिले में स्थित सालासर गांव में स्थित है. कहते हैं कि हनुमत भक्ति के इस धाम में आने वाला व्यक्ति कभी खाली हाथ वापस नहीं जाता और उसकी मनोकामना जरूर पूरी होती है.
तो आप भी अगर हनुमान भक्त हैं और उनके इन स्वरूपों के साक्षात दर्शन करना चाहते हैं तो आप भी इन हनुमान मंदिर में जाकर बजरंग बली के दर्शन कर सकते हैं. खासतौर पर मंगलवार का दिन उनकी पूजा अर्चना के लिए महत्त्वपूर्ण माना जाता है.
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Source : News Nation Bureau