12 ज्योतिर्लिंग में से एक उज्जैन (Ujjain) में स्थित बाबा महाकाल आज से दूल्हा बन गए हैं. मंत्रोच्चार के साथ पुजारियों ने सुबह उन्हें हल्दी उबटन लगाया और बाबा श्री महाकालेश्वर (Baba Mahakaleshwar) का आकर्षक श्रृंगार किया. इस दौरान भक्त, हल्दी कुमकुम और उबटन से सजे बाबा महाकाल के दर्शन कर अभिभूत हो गए. दरअसल, आज से शिव के नवरात्रे प्रारंभ हो गए हैं. शिव नवरात्रि (Shiv Navratri) की परंपरा सिर्फ उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में ही है जो नवरात्रि की तरह 9 दिन तक मनाई जाती है. महाकाल बाबा (Baba Mahakal) को रोज अलग-अलग वेशभूषा में दूल्हा बनाया जाता है.
यह भी पढ़ें : Mahashivratri 2021: भगवान शिव पर भूलकर भी ना चढ़ाएं ये चीजें, महाशिवरात्रि पर रखें इन बातों का ध्यान
भगवान महाकाल 9 दिन तक अलग-अलग रूपों में श्रद्धालुओं को दर्शन देते हैं. साथ ही प्रतिदिन भगवान श्री महाकालेश्वर एवं श्री कोटेश्वर महादेव का अभिषेक–पूजन भी किया जाता है. आज शिवनवरात्रि प्रारंभ के पहले दिन सुबह 8 बजे से श्री कोटेश्वर महादेव पर शिवपंचमी के पूजन के साथ शिवनवरात्रि की शुरुआत हुई. इसके बाद सुबह 9.30 बजे मंदिर के गर्भगृह में भगवान महाकाल की पूजा अर्चना के पश्चात 11 ब्राह्मणों द्वारा एकादश-एकादशनी रूद्राभिषेक किया गया. भगवान महाकाल को हल्दी,चंदन, केसर मिश्रित पंचामृत से अभिषेक करवाया गया. लौकिक मान्यता में दूल्हे को हल्दी लगाई जाती है, शिवनवरात्रि में यह उसी का प्रतीक माना जाता है.
यह भी पढ़ें : Sankashti chaturthi 2021: इस दिन है द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा-विधि
उधर, एक महाकाल के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आने वाले दिनों में गाइड की सुविधा मिलने लगेगी. इसके लिए प्रशासन के स्तर पर प्रयास शुरु हो गए हैं. आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार, कलेक्टर आशीष सिंह ने महाकाल मन्दिर में पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं के लिये गाइड की सुविधा हेतु नायब तहसीलदार एवं सहायक प्रशासक महाकालेश्वर मन्दिर मूलचन्द जूनवाल को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है. गौरतलब है कि महाकाल मन्दिर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए गाइड की सुविधा प्रारम्भ की जानी है. उसी क्रम में जूनवाल द्वारा यह काम मंदिर प्रशासक एवं उज्जैन विकास प्राधिकरण के सीईओ के साथ मिलकर पूरा किया जाएगा.
Source : News Nation Bureau