Ukraine Major Population: बहुत लंबे समय से चलते आ रहे रूस और यूक्रेन में युद्ध के बीच हाल ही में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन का दौरा किया. ऐसे में पूरे विश्व की आंखे नरेंद्र मोदी के उपर थी, कि आखिर उनका वहां जाने का क्या कारण रहा. प्रधानमंत्री ने वहां के राष्ट्रपति से मुलाकात की और उन्हें गले लगाया, जिसके बाद ये तसवीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं. भारत हमेशा ही शांति का समर्थक रहा है और ऐसे में यूक्रेन-रूसी बिगड़ते संबंधों को ठीक करने के लिए भी नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति जेलेंस्की को यही सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या का समाधान बातचीत करने से होता है. इसलिए आपको रूस से शांति के लिए बात करनी चाहिए.
नफरत की आग में जलते दोनों देशों का हाल पूरे विश्व के सामने हैं. ऐसे में होने वाली जान की हानि सबको दुखी कर देती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय हिन्दू है और उनका पोलैंड का ये दौरा लोगों के मन में ये प्रश्न खड़ा करता है कि आखिर यूक्रेन के लोग किस धर्म को मानते हैं. आइए आज हम आपको इस बारे में बताते हैं.
यूक्रेन में सबसे ज्यादा किस धर्म के लोग?
यूक्रेन में सबसे ज्यादा प्रचलित धर्म ईसाई धर्म है. सूत्रों के मुताबिक वहां की 72 प्रतिशत से ज्यादा आबादी क्रिश्चियन धर्म से सम्बन्ध रखती है. इसलिए यूक्रेन में सबसे बड़ा धर्म यही है. हालांकि इसके अलावा बाकी धर्म के लोग भी वहां रहते है और स्वतंत्र रूप से अपनी धार्मिक गतिविधियों को करते हैं. लेकिन उनकी आबादी ईसाई धर्म की तुलना में बहुत कम है. जैसे कि वहां की 9 प्रतिशत आबादी कैथोलिक धर्म को मानती है और उनमें से भी अधिकांश लोग ग्रीक कैथोलिक चर्च से जुड़े हुए हैं.
यूक्रेन के अन्य धर्म
हालांकि यूक्रेन की अधिकतम आबादी ईसाई धर्म को मानती है लेकिन इसके अलावा भी वहां की 10 प्रतिशत आबादी ऐसी है जो किसी धर्म को नहीं फॉलो करती. वहां रहने वाले ऐसे बहुत कम लोग हैं जो हिन्दू और मुस्लिम धर्म से संबंध रखते हैं. इसलिए इन धर्मों की संख्या वहां न के बराबर है. भारत के प्रधानमंत्री का एक गैर हिन्दू देश मे जाकर बातचीत करना और शांति का सुझाव देना, साम्प्रदायिक सद्भावना (Communal Harmony) का जीता जागता उदाहरण है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)