अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए पैसा बरस रहा है. अब उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 30 महीने का वेतन दान में दिया है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और सदस्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती को शनिवार को इस राशि की चेक सौंपी गई. बाद में डिप्टी सीएम ने पत्रकारों से कहा, मैं सबसे पहले एक राम भक्त हूं, फिर जाकर राज्य का उप-मुख्यमंत्री हूं. उप-मुख्यमंत्री ने मंदिर निर्माण के लिए राज्य के पीडब्ल्यूडी कर्मचारियों की तरफ से 1.10 करोड़ रुपये का चेक भी सौंपा.
बता दें कि इस समय अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद की ओर से पूरे देश में धन संग्रह अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान को जबर्दस्त समर्थन मिल रहा है. मात्र तीन दिन में यानी 15 जनवरी से लेकर 18 जनवरी तक 72 घंटे में 246 करोड़ रुपये की रकम दानस्वरूप मिल चुके थे. इस हिसाब से राम मंदिर के लिए हर घंटे 3.41 करोड़ रुपये तो हर एक मिनट में 57 लाख रुपये जमा हो रहे हैं.
बॉलीवुड के सुपरस्टार अक्षय कुमार ने एक वीडियो जारी कर खुद के योगदान की जानकारी दी थी पर रकम का खुलासा नहीं किया था. तेलुगु फिल्म स्टार और जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण ने 30 लाख रुपये का चंदा दिया है. टीवी पर भगवान राम का किरदार निभा चुके गुरमीत चौधरी ने भी राम मंदिर के लिए योगदान दिया है.
क्या है धन संग्रह अभियान की प्रक्रिया : राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट ने धन संग्रह अभियान की जिम्मेदारी विश्व हिंदू परिषद को दी है. यह अभियान 42 दिन तक चलेगा और इसकी रकम एसबीआई, पीएनबी और बैंक ऑफ बड़ौदा में जमा की जा रही है. बैंकों के कुल 46000 ब्रांचों से पूरे देश को कवर किया जाएगा. तय प्रक्रिया के अनुसार 15 से 31 जनवरी तक रशीद काटकर चंदा जुटाया जाएगा और एक से 27 फरवरी तक कूपन के जरिए चंदा जुटाया जाएगा.
इस अभियान के लिए 10, 100 और 1000 रुपये के कूपन जारी किए जाएंगे. 100 रुपये के 8 करोड़ कूप, तो 10 रुपये के 4 करोड़ और 1000 रुपये के 12 लाख कूपन छापे जाएंगे. विहिप और आरएसएस से जुड़े 40,00,000 कार्यकर्ताओं यह जिम्मेदारी दी गई है. 10 लाख टोली बनाई गई है और हर चार टोली पर एक कलेक्टर होगा, जो बैंकों में ये रुपये जमा कराएगा.
सबसे बड़ा चंदा : अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए अब तक का सबसे बड़ा चंदा 11 करोड़ रुपये के रूप में गुजरात के गोविंद भाई ढोलकिया ने दिया है. गोविंद भाई ढोलकिया हीरा व्यापारी हैं, जो अपने कर्मचारियों को अंधाधुंध बोनस देने के लिए दुनिया भर में जाने जाते हैं.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से हुई थी शुरुआत : धन संग्रह अभियान की शुरुआत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से हुई थी. 15 जनवरी को राष्ट्रपति ने राम मंदिर निर्माण के लिए पांच लाख एक सौ रुपए का दान दिया. वहीं, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की पत्नी ऊषा नायडू पहले ही मंदिर के निर्माण के लिए पूरे परिवार की ओर से 5,11,116 रुपये का योगदान दे चुकी हैं.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने दो लाख रुपये, उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने 1.21 लाख रुपये, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी 1.51 लाख रुपये का योगदान दिया. इनके अलावा, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल, उत्तर प्रदेश और झारखंड के राज्यपाल भी राम मंदिर निर्माण के लिए दान कर चुके हैं.
Source : News Nation Bureau