Varuthini Ekadashi 2023 date : हर साल वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को वरुथिनी एकादशी का व्रत रखा जाता है . पैराणिक कथा के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि एक बाद युधिष्ठिर ने भगवान श्री कृष्ण से वैशाख में आने वाली एकादशी की महिमा और पूजा विधि के बारे में जानने की इच्छा की थी. तब भगवान श्री कृष्ण ने कहा कि वैशाख कृष्ण एकादशी वरुथिनी एकादशी के नाम से प्रसिद्ध है. इस दिन व्रत रखने से व्यक्ति के सभी पाप मिट जाते हैं और भय भी दूर हो जाता है. व्यक्ति को सौभाग्य की प्राप्ति होती है. तो ऐसे में आइए आज हम आपको अपने इस लेख में वरुथिनी एकादशी के बारे में बताएंगे, सात ही पूजा मुहूर्त और पारण का समय क्या है.
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जानें कब है वरुथिनी एकादशी
वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि दिनांक 15 अप्रैल दिन शनिवार को रात 08:45 मिनट से लेकर अगले दिन दिनांक 16 अप्रैल को शाम 06:14 मिनट तक रहेगा. इसलिए व्रत दिनांक 16 अप्रैल को रखा जाएगा.
वरुथिनी एकादशी के दिन बन रहा है 3 शुभ योग
दिनांक 16 अप्रैल वरुथिनी एकादशी वाले दिन शुक्ल योग है. जो देर रात 12 बजकर 13 मिनट तक रहेगाा. उसके बाद ब्रह्म योग है. ये पारण के दिन ही है.
इसके अलावा दो शुभ योग के अलावा त्रिपुष्कर योग पारण वाले दिन 17 अप्रैल को सुबह 04:07 मिनट से लेकर सुबह 05:54 मिनट तक है. व्रत के दिन शतभिषा नक्षत्र है. व्रत के दिन का अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:55 मिनट से लेकर 12:47 मिनट तक है.
जानें क्या है वरुथिनी एकादशी पूजा मुहूर्त
इस दिन सुबह 07 बजकर 32 मिनट से लकर दोपहर 12 बजकर 21 मिनट तक शुभ समय है.
लाभ उन्नति मुहूर्त - सुबह 09 बजकर 08 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 45 मिनट तक रहेगा.
अमृत सर्वोत्तम मुहूर्त - सुबह 10 बजकर 45 मिनट दोपहर दोपहर 12 बजकर 21 मिनट तक रहेगा.
शुभ उत्तम मुहूर्त - दोपहर 01 बजकर 58 मिनट से लेकर 03 बजकर 34 मिनट तक रहेगा.
जानें कब है पारण का समय
आप दिनांक 17 अप्रैल दिन सोमवार को आप व्रत का पारण कर सकेंगे.
व्रत के पारण का समय सुबह 05:54 मिनट से लेकर सुबह 08:29 मिनट तक है.
इस दिन द्वादशी तिथि का समापन दोपहर 03:46 मिनट पर होगा.