Vastu Dosh Dur Karne Ke Upay: दोस्तों जब हम परेशान होते हैं तो अपनी कुंडली के ग्रहों को लेकर अपने घर के वास्तु को लेकर और छोटीछोटी सभी चीजों पर हमारा ध्यान जाता है. जब आप अच्छी दशाओं से गुजर रहे होते हैं, जब आपके अच्छे दिन चल रहे होते हैं तब आपका कहीं ध्यान नहीं जाता. आप उसी घर में रह रहे होते हैं जब आपके अच्छे दिन थे. आपको ना उसमें वास्तु दोष नजर आता है, न किसी तरह का और कोई दोष, न आप खुद बीमार होते हो. जब तक आपका काम धंधा दौड़ रहा होता है तब तक आपका ध्यान घर के वास्तु पर नहीं जाता है. लेकिन जब जीवन में बाधाएं आने लगती हैं तो घर के वास्तु को भी आप चेक कराने के लिए मजबूर हो जाते हैं. दो शब्द का मंत्र है इसे और साथ में कुछ चीजों को स्थापित करना है फिर बिना तोड़ फोड़ किए आपके घर का वास्तु दोष ठीक हो जाएगा.
वास्तु में हमारे घर की आठ दिशाएं होती है एक पूरब, दक्षिण, पश्चिम और उत्तर. उसके बाद चार कोने और होते हैं. हमारे घर के चार कोने हैं आग्नेय कोण, ईशान कोण, नैऋत्य कोण और वायव्य कोण.दो दिशाएं और हैं पृथ्वी और आकाश, इस तरह से 10 दिशाएं होती हैं.
आपके घर में अगर आपका पीने का पानी आग्नेय कोण में चला जाता है या नैऋत्य कोण में चला जाता है, ये आपको रोग बीमारियां देता है, मानसिक कष्ट देता है, घर में क्लेश को बढ़ा देता है, आपके बच्चों को, दांपत्य जीवन को और आपकी खुद के दाम्पत्य जीवन को खराब करना शुरू करता है क्योंकि ये अग्नि है अभी हम पानी रख देंगे तो जो उसमें अग्नि जलित हो रही थी, जिन्हें हमारे रिश्तों में जो गर्माहट थी वो ठंडी पड़ने लगती है और फिर क्लेश का वातावरण बनने लगता है.
अगर ईशान कोर्ट में किसी भी तरह का वास्तु दोष है, मान लीजिये वो ऊंचा हो गया है और अब आपका उसके सामने वाला ऑपोजिट यानी की साउथ वेस्ट आपका दब गया है तो यहां आपको स्वास्थ की दिक्कत होने लगती है. मान सम्मान की कमी होने लगती है.
उत्तर आपका उठा हुआ है, दक्षिण दबा हुआ है तो आपका कारोबार या जॉब में आपको तरक्की नहीं मिलती है और आपका उसमें ना तो मन लगता है ना इसमें उन्नति और तरक्की होती है.
ईशान कोण में अगर बाथरूम बन जाता है या स्टोर रूम बना दिया है तब भी आपको ये दिक्कत आने लगती है. बच्चों का विकास रुक जाता है. आपको मान सम्मान की कमी हो जाती है, बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता और बच्चों का जो करियर है वो डिस्टर्ब होने लगता है या बहुत बार तो संतान उत्पत्ति में भी दिक्कत आती है. इस कोण को ठीक करने के लिए अगर इसको पूरी तरह से हटाना पॉसिबल नहीं है तो साफ सफाई का विशेष ध्यान रखिए.इस जगह को बिल्कुल सूखा रखें और लेटिन सीट को हमेशा ढककर रखिए.
पश्चिम में अगर किसी भी तरह का वास्तुदोष आ रहा है तो यहां पर आपको अपना कोई पुराना लोहा हो वो लोहा रख सकते हैं. इस दिशा में एक लोहे की कोई भी वस्तु इस दिशा में आपको रख देनी है और साथ में इस दिशा में आप एक नीम का पेड़ लगाते हुए गमले में भी लगा सकते हैं तो भी यहां का वास्तुदोष समाप्त हो जाता है.
इसके अलावा सुबह के समय जब अपनी पूजा करते हैं उसके बाद आपको ओम वासुदेवाय नमः ओम वासुदेवाय नमः इस मंत्र का 1112 जाप करें. इस जाप से कैसा भी घर का वास्तु दोष बन रहा होगा, समाप्त हो जाएगा. हर दिन संध्या के समय ईशान कोण में भगवान शिव का नाम भगवान भोलेनाथ का नाम से शुद्ध देसी घी का दीपक डेली जलाकर घंटी बजा देते हैं तो इससे भी घर के वास्तु दोष दूर होता है.
Source(News Nation Bureau)