1. स्थान का चयन: काम का स्थान चुनते समय वास्तु शास्त्र के अनुसार उसका विचार करें. स्थान का चयन ऐसे करें जो शुभ और उपयुक्त हो.
2. दिशा का ध्यान: काम की शुरुआत से पहले सुनिश्चित करें कि आपका काम की दिशा सही है. वास्तु शास्त्र में उचित दिशा का महत्व बताया गया है.
3. निर्माण की समय स्थिति: किसी भी काम को शुरू करने से पहले समय की निर्धारित स्थिति का विचार करें. वास्तु के अनुसार कुछ मुहूर्त शुभ होते हैं.
4. सामान का विनिर्माण: अपने काम के लिए सामान को उचित तरीके से प्रस्तुत करें. उचित सामान का उपयोग करने से काम की प्रगति में मदद मिलती है.
5. उपयुक्त रंग: काम के लिए उपयुक्त रंग का चयन करें. वास्तु शास्त्र में रंगों का महत्व बताया गया है और उनके प्रयोग से पॉजिटिव ऊर्जा बढ़ती है.
6. निर्माण की उपयुक्त सामग्री: वास्तु शास्त्र के अनुसार, निर्माण के लिए उपयुक्त सामग्री का चयन करें. इसमें उचित कच्चा माल, निर्माण सामग्री, और अन्य आवश्यक वस्तुओं का उपयोग शामिल है.
7. सही समय चयन: किसी भी नए काम की शुरुआत का सही समय चयन करें. वास्तु के अनुसार, शुभ मुहूर्त में कार्य करने से सफलता मिलती है.
8. नियमित वास्तु कंसल्टेंट का सहारा: अगर आपको वास्तु शास्त्र के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, तो नियमित वास्तु कंसल्टेंट से सलाह लें. वे आपको अच्छे समाधान और वास्तु संबंधी सुझाव दे सकते हैं.
इन तरीकों का पालन करके, आप नए काम की शुरुआत को वास्तु शास्त्र के मानकों के अनुसार संचालित कर सकते हैं और आपको अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau