धन कमाने के लिए हर इंसान मेहनत करता है. किसी का मेहनत ऊंचाइयां छूने लगता है तो किसी को सफलता हासिल नहीं होती है. तमाम कोशिशों के बावजूद धन का संग्रह नहीं कर पाता है. अगर आप खूब मेहनत कर रहे हैं फिर भी धन आपके पास नहीं आ रहा है तो हो सकता है घर में मौजूद वास्तुदोष हो. वास्तुदोष को दूर करने के लिए आसान उपाय बताए गए हैं. इसे करने से मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है. आइए बताते हैं कैसे वास्तुदोष दूर करके घर में पॉजिटिव एनर्जी ला सकते हैं. जहां पॉजिटिव एनर्जी होता है वहां धन की देवी का वास होता है.
नृत्य करते गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें
धन और सुख की बाधा को दूर करने के लिए नृत्य करती हुई गणेश जी की प्रतिमा घर में रखना चाहिए. गणेश जी की इस स्वरूप की प्रतिमा ऐसी जगह पर रखना चाहिए कि घर के सभी सदस्य की नजर इनपर बार-बार पड़े. इनका मुख दक्षिण दिशा की ओर नहीं होना चाहिए. अगर प्रतिमा नहीं मिले तो आप तस्वीर भी लगा सकते हैं. भगवान गणेश मंगलकारी होते हैं.
स्वास्तिक का चिन्ह बनाए
अपने कारोबार स्थल पर आप ईशान कोण में सूखी हल्दी से स्वास्तिक का चिन्ह बनाए. गुरुवार के गुरुवार ऐसा स्वास्तिक का निशान बनाए. सात गुरुवार तक हल्दी से स्वास्तिक बनाए. इससे व्यापार में फायदा होगा. स्वास्तिक वास्तुदोष निवारण के लिए एक अच्छा उपाय है क्योंकि इसकी चारों भुजाएं चारों दिशाओं की प्रतीक होती हैं और इसीलिए इस चिन्ह को बना कर चारों दिशाओं को एक समान शुद्ध किया जा सकता है. घर के दरवाजे पर भी स्वास्तिक का निशान बनाकर नाकारात्म ऊर्जा को भगा सकते हैं.
कुबेर और लक्ष्मी जी की तस्वीर घर में लगाए
कुबेर और लक्ष्मी जी की तस्वीर या प्रतिमा घर में जरूर रखें. मां लक्ष्मी धन और सौभाग्य देती हैं, वहीं आय के नए अवसर देवता कुबेर प्रदान करते हैं. इसलिए धन प्राप्ति के लिए दोनों एक दूसरे के पूरक माने जाते हैं. कुबेर को उत्तर दिशा में रखें.
घर में शंख की करें ध्वनि
शंख में घर का वास्तु दोष दूर करने की अद्भुत शक्ति होती है. जहां घर में हर रोज शंख बजाता है उससे घर से निगेटिव शक्ति भाग जाती है और पॉजिटिव एनर्जी आती है. इससे आसपास की हवा भी शुद्ध होती है. शास्त्रों में कहा गया है जिन घरों में देवी लक्ष्मी के हाथों में शोभा पाने वाला दक्षिणवर्ती शंख होता है वहां लक्ष्मी स्वयं निवास करती हैं. शंख में चावल भरकर लाल कपड़े में लपेटकर या इसमें शुद्ध जल भरकर पूजा स्थान में रखना चाहिए और नियमित इसकी पूजा करनी चाहिए. इसके अलावा शंख हर दिन पूजा के बाद बजाए.
Source : News Nation Bureau