Vastu Tips for Tulsi: तुलसी का पौधा हिंदू धर्म देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है. घर में तुलसी लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है, सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, और परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है. तुलसी के पौधे के दो प्रमुख प्रकार होते हैं रामा तुलसी और श्यामा तुलसी. दोनों ही प्रकार के तुलसी के पौधे का अपना विशेष धार्मिक महत्व और वास्तु में स्थान है. अगर आप भगवान विष्णु की पूजा करते हैं तो रामा तुलसी आपके लिए विशेष होगी, जबकि भगवान कृष्ण और हनुमान जी के भक्त श्यामा तुलसी को घर में रखना अधिक शुभ मानते हैं. आप चाहें तो दोनों प्रकार के तुलसी के पौधे भी घर में रख सकते हैं.
रामा तुलसी
रामा तुलसी को लक्ष्मी स्वरूप माना जाता है. यह तुलसी का सबसे आम प्रकार है. इसके पत्ते हरे और सुगंधित होते हैं. इसे भगवान विष्णु के पूजा में प्रयोग किया जाता है, क्योंकि माना जाता है कि यह विष्णुजी को अधिक प्रिय है. वास्तु शास्त्र के अनुसार रामा तुलसी को घर के उत्तर, पूर्व, या उत्तर-पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है. इससे घर में शांति और समृद्धि का संचार होता है.
श्यामा तुलसी
श्यामा तुलसी के पत्ते गहरे हरे, लगभग काले होते हैं. इस तुलसी को भगवान कृष्ण और हनुमानजी का स्वरूप माना जाता है. इसे विशेष रूप से पूजा और औषधीय प्रयोगों में उपयोग किया जाता है. माना जाता है कि श्यामा तुलसी नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करने में सक्षम होती है.वास्तु शास्त्र के नियमों को ध्यान में रखते हुए आप इसे भी उत्तर-पूर्व दिशा में रखें. श्यामा तुलसी घर में होने से परिवार के सदस्यों की सेहत में सुधार और बीमारियों से सुरक्षा मिलती है.
रामा और श्यामा दोनों ही तुलसी के पौधे घर में शुभता लाते हैं और धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माने जाते हैं. वास्तु के अनुसार इन्हें घर के उत्तर, पूर्व, या उत्तर-पूर्व दिशा में लगाने से जीवन में सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और शांति का वास होता है. तुलसी का पौधा हमेशा घर के आंगन, बगीचे, या बालकनी में पूर्व, उत्तर-पूर्व दिशा में रखा जाना चाहिए. घर के भीतर तुलसी का पौधा लगाने से इसे सूर्य की रोशनी प्राप्त नहीं हो पाती, जिससे इसका विकास रुक सकता है. प्रतिदिन सुबह-शाम तुलसी की पूजा करना शुभ माना जाता है. संध्या के समय तुलसी के पास दीपक जलाना अत्यंत शुभ होता है, जो नकारात्मकता को दूर करता है और परिवार में शांति बनाए रखता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)