Vastu Tips for Gifts: हिंदू धर्म में दान और उपहार दोनों का अपना-अपना महत्व है. लेकिन ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के अनुसार, दान और उपहार में फर्क होता है और हर चीज का अपना असर होता है. अगर हम बिना सोचे-समझे किसी को कुछ दे देते हैं, तो उसका हमारे जीवन पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है. इसलिए यह जानना बेहद जरूरी है कि कौन-सी चीजें दान या उपहार में देनी चाहिए और कौन-सी नहीं.
दान और उपहार में क्या फर्क है?
दान का मतलब होता है, किसी खास जरूरतमंद को कुछ देना ताकि हमारे ग्रह-नक्षत्र अनुकूल रहें और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे. वहीं, उपहार किसी खास मौके पर दिया जाता है, जैसे शादी, जन्मदिन या एनिवर्सरी पर. परंतु, दोनों ही चीजों का असर हमारे जीवन पर पड़ता है, क्योंकि हर वस्तु किसी न किसी ग्रह से जुड़ी होती है. इसलिए, बिना सोचे-समझे किसी को उपहार देना या लेना भारी पड़ सकता है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार गिफ्ट में क्या न दें?
1. जल या एक्वेरियम से जुड़ी चीजें
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पानी से संबंधित चीजें, जैसे एक्वेरियम या फव्वारे जैसी सजावट की चीजें किसी को गिफ्ट में नहीं देनी चाहिए. ऐसा करने से आप अपनी अच्छी किस्मत किसी और को दे देते हैं.
2. नुकीली या धारदार चीजें
वास्तु शास्त्र के अनुसार, चाकू-कैंची या कोई भी नुकीली चीज देना अपशकुन माना जाता है. इससे रिश्तों में खटास आ सकती है और देने वाले के लिए दुर्भाग्य लाती है.
3. काले रंग की वस्तुएं
काले रंग की चीजें, जैसे कपड़े या जूते, उपहार में नहीं देनी चाहिए. काला रंग मृत्यु और नकारात्मकता से जुड़ा होता है, इसलिए इसे देने से दुर्भाग्य आता है. इसी तरह, लाल रंग की किताब देने से भी गलतफहमियां पैदा हो सकती हैं और रिश्तों में दूरियां आ सकती हैं.
4. घड़ी
किसी को भी घड़ी गिफ्ट में देने से बचना चाहिए. कहा जाता है कि घड़ी देने से रिश्तों में दूरियां आ सकती हैं और आपसी संबंधों में खटास पैदा हो सकती है.
5. पर्स या जूते-चप्पल
पैसे रखने का पर्स या नए जूते-चप्पल उपहार में देने से भी बचना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि इससे वो व्यक्ति आपसे दूर हो सकता है या आपके बीच रिश्ते कमजोर हो सकते हैं.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)