घर में वास्तु शास्त्र (Vastu Tips) के बेसिक नियमों (Vastu Shastra Basic Principles) का ध्यान रखना जरूरी होता है. घर के किस दिशा में क्या होना चाहिए और क्या नहीं होना चाहिए, इसका खाका आपने खींच ही लिया होगा या फिर किसी जानकार से राय-मशविरा भी लिए होंगे. घर में बेडरूम, किचन, ड्रॉइंग रूम, पूजा घर, बाथरूम आदि के अलावा बच्चों के कमरे होंगे. उनका स्टडी रूम होगा. इसी तरह घर में किताबें कहां रखी जाएं, इस बारे में भी आपको सोचना चाहिए. किताबें हमारे ज्ञान को बढ़ाने में मार्गदर्शन करती हैं. वास्तु शास्त्र कहता है कि घर में किताबों को रखने का स्थान भी नियत होना चाहिए.
- बच्चों का स्टडी रूम ईशान और पूर्व के मध्य, उत्तर और वायव्य, पश्चिम और वायव्य कोण में हो तो बेहतर होगा.
- किताबों के रैक में दरवाजा लगा होना चाहिए. खुली रैक में किताबें रखने से निगेटिव एनर्जी पैदा होती है.
- ड्राइंग रूम में बुक शेल्फ रखना अच्छा माना जाता है. बेडरूम में किताबें रखने से परहेज करें. इससे आपका वैवाहिक जीवन प्रभावित हो सकता है.
- बुक शेल्फ हमेशा साफ-सुथरा होनी चाहिए. किताबों में धूल-मिट्टी जमने से भी निगेटिव एनर्जी पैदा होती है.
- बच्चों का अध्ययन कक्ष नैऋत्य और दक्षिण दिशा की तरफ नहीं होना चाहिए.
- बच्चों के स्टडी टेबल पर तांबे का पिरामिड या ग्लोब रखें. इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है.
- पढ़ाई में मन न लगाने वाले बच्चों के कमरे में मोर पंख रखें. जो बच्चे पढ़ने में मन लगाते हैं, उनके कमरे में माता सरस्वती की फोटो लगाएं.
- शौचालय के पास बच्चों के पढ़ने का कमरा नहीं होना चाहिए.
- बच्चे के कमरे का दरवाजा पूरब में हो तो पलंग दक्षिण से उत्तर की ओर होना चाहिए.
- बच्चों के कमरे से हिंसात्मक तस्वीरों को जितना दूर रखें, उतना ही बेहतर.
Source : News Nation Bureau