Advertisment

Vat Savitri Vrat 2024: वट सावित्री व्रत कब है? जानिए इसकी पूजा विधि और महत्व

Vat Savitri Vrat 2024: वट सावित्री व्रत, सुहागिन महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए रखा जाने वाला महत्वपूर्ण व्रत है. इस साल ये व्रत ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाएगा.

Advertisment
author-image
Anurag Tiwari
New Update
Vat Savitri Vrat 2024

Vat Savitri Vrat 2024( Photo Credit : Social Media)

Advertisment

Vat Savitri Vrat 2024: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, वट सावित्री का व्रत ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है. इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और खुशहाली के लिए व्रत रखती हैं और पूजा करती हैं. आपको बता दें, इस साल वट सावित्री व्रत के दिन रोहिणी नक्षत्र और धृति योग बन रहा है. इस दिन विवाहित महिलाएं बरगद के पेड़ के नीचे देवी सावित्री और सत्यवान की पूजा करती हैं. वट सावित्री के दिन विधिपूर्वक बरगद के पेड़ लगाने की मान्यता है

Advertisment

व्रत की सामग्री

गंगाजल, दूध ,घी, शहद, कुमकुम, हल्दी, चंदन, धूपबत्ती, दीपक,अगरबत्ती, फूल, बेल पत्र, दूब, सुपारी, नारियल, मोरी, मौली, कलावा

वट सावित्री व्रत पूजा की विधि

Advertisment

बरगद के पेड़ की जड़ों को साफ करें सबसे पहले, बरगद के पेड़ की जड़ों को पानी से अच्छी तरह धोकर साफ करें.

स्नान गंगाजल, दूध, घी और शहद से पेड़ की जड़ों और तने को स्नान कराएं.

रोली और चंदन का लेप हल्दी और चंदन का लेप बनाकर पेड़ की जड़ों और तने पर लगाएं.

Advertisment

कलावा बांधना एक लाल रंग का कलावा लेकर पेड़ के तने पर 5 या 11 बार बांधें. प्रत्येक बार कलावा बांधते समय, एक मनोकामना बोलें.

दीप प्रज्वलित करना दीपक और अगरबत्ती जलाकर पेड़ के समीप रखें.

फूल और फल अर्पित करना पेड़ को फूल, बेल पत्र, दूब, सुपारी, नारियल और मौली अर्पित करें.

Advertisment

आरती आरती की थाली में धूप, दीपक, अगरबत्ती और फूल रखकर बरगद के पेड़ की आरती उतारें.

व्रत कथा सावित्री-सत्यवान की व्रत कथा पढ़ें या सुनें.

परिक्रमा बरगद के पेड़ की 11 या 21 बार परिक्रमा करें.

Advertisment

दक्षिणा पंडित या ब्राह्मण को दक्षिणा दें.

वट  सावित्री व्रत से जुडी कुछ महत्वपूर्ण बातें

व्रत रखने वाली महिलाएं सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर लें और फिर व्रत का संकल्प लें.

पूरे दिन फलाहार करें और भोजन न करें.

शाम को सूर्यास्त के बाद व्रत का पारण करें.

व्रत के दौरान सत्य बोलें और किसी से झूठ न बोलें.

गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करें.

बरगद के पेड़ की पूजा का महत्व

बरगद के पेड़ को पवित्र माना जाता है और इसमें देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु का निवास होता है। वट सावित्री व्रत के दौरान बरगद के पेड़ की पूजा करने से सुख-समृद्धि, वैवाहिक सुख और पति की लंबी उम्र का आशीर्वाद मिलता है। यह व्रत महिलाओं के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है।

Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

यह भी पढ़ें: Chinnamasta Jayanti 2024: देवी छिन्नमस्ता जयंती कब है, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त, पौराणिक कथा और महत्व  

Source : News Nation Bureau

Religion News in Hindi रिलिजन न्यूज Religion News Religion vat savitri vrat 2024 shubh muhurat Puja Niyam Puja vidhi
Advertisment
Advertisment