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Vidur Niti: किसी भी व्यक्ति की ये 8 खासियतें झुका देती हैं पूरे संसार को उसके सामने

Vidur Niti: माना जाता है कि किसी भी व्यक्ति के पास सम्मान रूपी धन होना अति आवश्यक है. ऐसे में आज हम आपको विदुर नीति के अनुसार ऐसी 8 विशेषताओं के बारे में बताने जा रहे हैं जो यदि किसी व्यक्ति में तो समस्त संसार तक उसके मान में झुक जाता है.

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Gaveshna Sharma
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Vidur Niti

किसी भी व्यक्ति की ये 8 खासियतें झुका देती हैं पूरे संसार को उसके सामन( Photo Credit : Social Media)

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Vidur Niti: माना जाता है कि किसी भी व्यक्ति के पास सम्मान रूपी धन होना अति आवश्यक है. व्यक्ति जीवन में कितना भी धन कमा ले लेकिन अगर किसी के मन में उसके प्रति कोई सम्मान नहीं तो जीवन व्यर्थ है. ऐसे में आज हम आपको विदुर नीति के अनुसार ऐसी 8 विशेषताओं के बारे में बताने जा रहे हैं जो यदि किसी व्यक्ति में हो तो समस्त संसार तक उसके मान में झुक जाता है. ऐसे व्यक्ति की हर कोई प्रशंसा करते नहीं थकता. और तो और, ऐसे व्यक्ति की सलाह और सूझबूझ दूसरों तक का भला कर जाती है. तो चलिए जानते हैं कि कौन सी हैं वो 8 खासियतें.

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1. महात्मा विदुर के अनुसार, बुद्धि हर व्यक्ति के पास होती है पर उसका सदुपयोग ही व्यक्ति को समाज में सम्मान प्राप्त कराने में सहायक साबित होता है. बुद्धि का सदुपयोग व्यक्ति को हर काम में अवल बनाता है और जीवन में सफलता भी दिलाता है. 

2. विदुर नीति के मुताबिक, व्यक्ति का स्वभाव उसका दर्पण होता है. स्वभाव से न सिर्फ व्यक्ति की पहचान होती है अपितु किसी व्यक्ति का स्वभाव यह तय करता है कि लोग उसके विरुद्ध हैं या उसके साथ. इतना ही नहीं, एक सरल स्वभाव व्यक्ति को लोगों का प्यार और सहयोग दिला सकता है. साथ ही, उसके प्रति लोगों के दिल में सम्मान जगा सकता है.

3. विदुर नीति की मानें तो जो व्यक्ति अपने मन को साध लेता है और अपनी इच्छाओं पर अंकुश लगाने में कामयाब हो जाता है उसका समाज में सम्मान तो बढ़ता ही है, इसके अतिरिक्त कोई भी ऐसे व्यक्ति को अपने समक्ष झुका नहीं सकता. 

4. यूं तो आजकल ज्ञान का स्थान चाटुकारिता ने ले लिया है लेकिन इसके पश्चात भी विदुर नीति के अनुसार सत्य यही है कि व्यक्ति का ज्ञान उसे समाज में सबसे अधिक प्रशंसा दिलाता है. ज्ञान किसी भी क्षेत्र का हो व्यक्ति को सफलता और सम्मान की ऊंचाइयों तक जरूर पहुंचाता है.  

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5. विदुर जी का मानना था कि व्यक्ति का जितना मानसिक रूप से बलवान होना जरूरी है उतना ही शारीरिक रूप से भी. ऐसा इसलिए क्योंकि शारीरिक बल व्यक्ति को लोकप्रिय और निर्भीक बनाता है. शारीरिक बल से व्यक्ति कुछ अद्भुत कार्य कर सकता है, गलत के खिलाफ डटकर खड़ा हो सकता है और बिना डरे सही निर्णय ले सकता है. 

6. माहत्मा विदुर के अनुसार, जो व्यक्ति कम बोलता है या सोच समझ कर बोलता है उसे लोग पसंद करते हैं. परिस्थिति के अनुसार बोलने वाला व्यक्ति अत्यधिक प्रशंसा पाता है. 

7. विदुर नीति कहती है कि, दान धर्म करने वाला व्यक्ति समाज में बहुत मान पाता. यहां तक कि लोग उसकी जयजयकार तक करते हैं. दान धर्म करने वाले या फिर अध्यात्म में लीं व्यक्ति की कीर्ति का तेज समस्त संसार में अलग ही दिखाई पड़ता है. 

8. विदुर नीति के अनुसार, मदद करने को एक तरह से इश्वर की पूजा के समान ही बताया गया है. जो व्यक्ति हमेशा किसी की मदद के लिए तत्पर रहता है लोग उसका खूब सम्मान करते हैं और हर समय उसके साथ खड़े रहते हैं. 

Vidur Niti विदुर नीति
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