आज यानि कि शनिवार को विनायक चतुर्थी मनाई जा रही है. अमावस्या के बाद आने वाली शुक्लपक्ष की चतुर्थी तिथि विनायक चतुर्थी कहलाती है. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, इस दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से सभी दुख, तकलीफ दूर हो जाते हैं. भगवान गणेश भक्तों के दुखों को हर कर उन्हें सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं. भगवान गणेश को विनायक भी कहा जाता है इसलिए इसे विनायक चतुर्थी कहते हैं. बप्पा को बुद्धि और शुभता के देवता भी हैं इसलिए विनायक चतुर्थी की पूजा करने से बुद्धि तेज होती है और सभी कार्य शुभ होते हैं.
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शुभ मुहूर्त
- चतुर्थी तिथि का प्रारंभ- 16 जनवरी, 2021 को सुबह 07:45 बजे.
- चतुर्थी तिथि समाप्त -17 जनवरी , 2021 को सुबह 08:08 बजे तक
विनायक चतुर्थी पूजा विधि-
सबसे पहले प्रातकाल: उठकर नहाकर साफ-सुथरे कपड़े पहन लें. इसके बाद भगवना गणेश को प्रणाम कर पूजा शुरू करें. गणपति जी को साफ और नए कपड़े पहनाएं और घी या तेल का दीप जलाएं. गौरी नंदन को सिंदूर का तिलक लगाएं और उन्हें दुर्वा अर्पित करें. अब धूप, दीप, फूल आदि चीजों से गणेश जी की पूजा अर्चना करें. इसके बाद भगवान गजानन को बूंदी के लड्डू या मोदक का भोग लगाएं. अब गणेश जी की आरती करें और पूजा संपन्न होने के बाद सभी को प्रसाद वितरित करें.
मंत्र का करें जाप-
''ॐ गं गणपतयै नम:''
Source : News Nation Bureau