विश्वकर्मा भगवान हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं। वे शिल्पकला और शिल्पकारों के प्रमुख देवता हैं और उन्हें सभी प्रकार के शिल्पकार और कारीगर मानते हैं। विश्वकर्मा भगवान को सृष्टिकर्ता, शिल्पकला के प्रवर्तक, और विश्वकर्मा यंत्रों के प्रणेता के रूप में भी जाना जाता है। विश्वकर्मा भगवान का धार्मिक महत्व विशेष रूप से शिल्पकला, वास्तुकला, और उद्योगों में माना जाता है। उनकी पूजा और आराधना का उत्सव 'विश्वकर्मा पूजा' के रूप में मनाया जाता है, जो शिल्पकारों, वास्तुकारों, और उद्योगपतियों द्वारा विशेष उत्साह के साथ मनाया जाता है। विश्वकर्मा भगवान की पूजा में विशेष प्रकार के शिल्पकला के उत्सव और विभिन्न प्रकार के शिल्पशास्त्रीय कार्यक्रम होते हैं। शिल्पकार और उद्योगपति विश्वकर्मा भगवान को अपने उत्सव में प्रसन्न करने के लिए उनके नाम पर अपने कार्यक्षेत्र को सजाते हैं और पूजा करते हैं। विश्वकर्मा भगवान का धार्मिक महत्व विशेष रूप से शिल्पकला और उद्योगों के क्षेत्र में होता है, जो उन्हें उन्नति, सफलता, और समृद्धि के प्रतीक के रूप में माना जाता है। उनकी पूजा और आराधना से कला और उद्योगों में सफलता और समृद्धि प्राप्त होती है।
1. श्री विश्वकर्मा मंदिर, ग्वालियर: यह मंदिर भगवान विश्वकर्मा को समर्पित है और यह ग्वालियर, मध्य प्रदेश में स्थित है। मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में हुआ था। यह मंदिर अपनी सुंदर वास्तुकला के लिए जाना जाता है। मंदिर में भगवान विश्वकर्मा की भव्य मूर्ति स्थापित है। विश्वकर्मा जयंती पर यहाँ विशेष पूजा का आयोजन होता है।
2. श्री विश्वकर्मा मंदिर, जयपुर: यह मंदिर भगवान विश्वकर्मा को समर्पित है और यह जयपुर, राजस्थान में स्थित है। मंदिर का निर्माण 19वीं शताब्दी में हुआ था। यह मंदिर अपनी भव्य मूर्तियों के लिए जाना जाता है। मंदिर में भगवान विश्वकर्मा की संगमरमर की मूर्ति स्थापित है। मंदिर परिसर में कई अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियाँ भी हैं।
3. श्री विश्वकर्मा मंदिर, दिल्ली: यह मंदिर भगवान विश्वकर्मा को समर्पित है और यह दिल्ली में स्थित है। मंदिर का निर्माण 20वीं शताब्दी में हुआ था। यह मंदिर अपनी आधुनिक वास्तुकला के लिए जाना जाता है। मंदिर में भगवान विश्वकर्मा की धातु की मूर्ति स्थापित है। मंदिर परिसर में एक विशाल यज्ञशाला भी है।
4. श्री विश्वकर्मा मंदिर, मुंबई: यह मंदिर भगवान विश्वकर्मा को समर्पित है और यह मुंबई, महाराष्ट्र में स्थित है। मंदिर का निर्माण 19वीं शताब्दी में हुआ था। यह मंदिर अपनी विशालकाय मूर्ति के लिए जाना जाता है। मंदिर में भगवान विश्वकर्मा की 20 फीट ऊँची मूर्ति स्थापित है। मंदिर परिसर में कई अन्य धार्मिक स्थल भी हैं।
5. श्री विश्वकर्मा मंदिर, चेन्नई: यह मंदिर भगवान विश्वकर्मा को समर्पित है और यह चेन्नई, तमिलनाडु में स्थित है। मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में हुआ था। यह मंदिर अपनी द्रविड़ वास्तुकला के लिए जाना जाता है। मंदिर में भगवान विश्वकर्मा की कांस्य मूर्ति स्थापित है। मंदिर परिसर में कई अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियाँ भी हैं।
Source : News Nation Bureau