Vivah Panchami 2022 : मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी मनाने की परंपरा है. इस दिन भगवान राम और माता सीता का विवाह हुआ था. इसलिए इन दिन को वर्षगांठ के रुप में मनाई जाती है.आपको बता दें, इस विवाह पंचमी में सर्वार्थ सिद्धि योग बनने जा रहा है.वहीं हिंदू पंचांग में इस साल विवाह पंचमी दिनांक 27 नवंबर 2022 यानी की पंचमी तिथि के दिन मनाई जाएगी, तो ऐसे में आपको बता दें विवाह पंचमी के दिन चार ऐसे शुभ योग बनने जा रहा है, जो मंगलिक कार्यों के लिहाज से बेहद खास है. तो आइए आज हम आपको अपने इस लेख में विवाह पंचमी के चार शुभ योग के बारे में बताएंगे और विवाह पंचमी का महत्त्व क्या है,ये सब हम आपको बताएंगे.
विवाह पंचमी के दिन बनने जे रहा है शुभ योग
1-अभिजीत मुहूर्त
विवाह पंचमी का अभिजीत मुहूर्त दिनांक 27 नवंबर 2022 को सुबह 11:48 मिनट से लेकर दोपहर 12:30 मिनट तक रहेगा.
अभिजीत मुहूर्त का मतलब यह है कि अब इस दिन कोई भी काम करेंगे, उस समय आपके सारे काम सफल होंगे.
2-सर्वार्थ सिद्धि योग
विवाह पंचमी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है और ये योग दिनांक 27 नवंबर 2022 को सुबह 10:29 मिनट से लेकर अगले दिन सुबह 06:55 तक रहेगा.
3-रवि योग
विवाह पंचमी के दिन रवि योग भी बनने जा रहा है, ये योग दिनांक 27 नवंबर 2022 को सुबह 10 बजकर 29 मिनट से लेकर अगले दिन यानी की दिनांक 28 नवंबर 2022 को सुबह 6 बजकर 55 मिनट तक रहेगा.
4-ध्रुव योग
विवाह पंचमी के दिन ध्रुव योग भी बनने जा रहा है, ये योग सुबह 9 बजकर 29 मिनट से लेकर दोपहर 2 बजकर 30 मिनट तक रहेगा.
ये भी पढ़ें-Geeta Jayanti 2022 : अर्जुन के अलावा महाभारत के इन तीन पात्रों ने सुना था गीता उपदेश
विवाह पंचमी का क्या है महत्त्व
विवाह पंचमी खासतौर से मांगलिक कार्यों के लिहाज से बेहद शुभ माना जाता है, इस दिन भगवान राम और माता सिता का विवाह हुआ था, इसलिए ये दिन खास है.इस दिन आप कोई भी कार्य करेंगे, आपको उसका शुभ परिणाम तुरंत देखने को मिलेगा. इस दिन आप भगवान राम और माता सीता की विधिवत पूजी करें, इससे आपका वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा.