Kya Kehta Hai Islam : इस्लाम दुनिया के प्रमुख धर्मों में से एक है, जिसकी उत्पत्ति 7वीं शताब्दी में अरब प्रायद्वीप में हुई. इस्लाम धर्म के अनुयायी मुसलमान कहलाते हैं और वे एक ईश्वर, अल्लाह, में विश्वास करते हैं. इस्लाम का मूलभूत सिद्धांत है "तौहीद" (एकेश्वरवाद), और इसका पवित्र ग्रंथ कुरान है, जो अल्लाह के आखिरी पैगंबर, मुहम्मद (स.अ.व.), पर नाज़िल हुआ. इस्लाम के अनुसार, अल्लाह एकमात्र ईश्वर है, और उसके अलावा कोई पूजनीय नहीं है. अल्लाह सर्वशक्तिमान, सर्वज्ञ, और सर्वव्यापी है. इस्लाम मानता है कि पैगंबर मुहम्मद (स.अ.व.) अल्लाह के आखिरी पैगंबर हैं. उनसे पहले भी कई पैगंबर भेजे गए थे, जिनमें इब्राहीम, मूसा, और ईसा (ईसा मसीह) शामिल हैं. ऐसा भी माना जाता है कि मौत के बाद जीवन है, और हर व्यक्ति को उसके कर्मों के आधार पर न्याय के दिन (क़यामत) का सामना करना पड़ेगा.
हज़रत अली (अल-नबी के चचेरे भाई और दामाद): हज़रत अली इस्लाम के चौथे खलीफा थे और उन्हें उनकी वीरता, ज्ञान और न्यायप्रियता के लिए जाना जाता है. वे पैगंबर मुहम्मद (स.अ.व.) के चचेरे भाई और दामाद थे. उनकी वीरता और साहस के कई किस्से इस्लामिक इतिहास में प्रसिद्ध हैं, जैसे कि युद्ध में उनकी बहादुरी और न्याय के प्रति उनका समर्पण.
हज़रत हमजा: हज़रत हमजा, पैगंबर मुहम्मद (स.अ.व.) के चाचा थे और इस्लाम के प्रारंभिक दिनों में एक प्रमुख योद्धा थे. उन्हें इस्लाम के शेर के रूप में जाना जाता है. उन्होंने इस्लाम की रक्षा के लिए कई युद्धों में भाग लिया और उनकी वीरता के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाता है.
रबिया अल-अदविया: रबिया अल-अदविया इस्लाम की प्रसिद्ध महिला सूफी संत थीं, जो अपनी भक्ति और प्रेम के लिए जानी जाती हैं. उनका जीवन और उनकी शिक्षाएं भक्ति और समर्पण का प्रतीक हैं.
जलालुद्दीन रूमी: रूमी एक प्रसिद्ध सूफी कवि और संत थे, जिनकी कविताएं और शिक्षाएं ईश्वर के प्रति भक्ति और प्रेम का प्रतीक हैं. उनके विचार और कविताएं इस्लाम में भक्ति और प्रेम के उच्चतम स्तर का प्रतिनिधित्व करती हैं.
इस्लाम धर्म में वीरता, भक्ति और समर्पण के प्रतीक के रूप में कई महान व्यक्तित्व हैं जिनकी शिक्षाएं और जीवन हमें प्रेरित करते हैं. हज़रत अली, हज़रत हमजा, रबिया अल-अदविया, और जलालुद्दीन रूमी जैसे महान व्यक्तित्वों ने इस्लाम धर्म में वीरता और भक्ति के उच्च आदर्श प्रस्तुत किए हैं. आप इन व्यक्तित्वों के बारे में अधिक जानने के लिए इस्लामिक साहित्य और इतिहास की पुस्तकों का अध्ययन कर सकते हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau