Gemstones: रत्न धारण करना ज्योतिष शास्त्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. विभिन्न रत्न विभिन्न ग्रहों से जुड़े होते हैं और विभिन्न प्रभाव डालते हैं. मन से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए कुछ रत्न काफी लाभकारी हो सकते हैं. मन से संबंधित समस्याओं के लिए रत्नों का महत्व बहुत अधिक है. वैदिक ज्योतिष में रत्नों को ग्रहों का प्रतिनिधित्व करने के लिए माना जाता है, जो हमारे मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक स्थिति पर प्रभाव डालते हैं. विभिन्न रत्न विभिन्न ग्रहों का प्रतिनिधित्व करते हैं और अपनी विशेषताओं के कारण विभिन्न मानसिक समस्याओं में सहायक होते हैं.
माणिक्य रत्न सूर्य का प्रतिनिधित्व करता है और स्वास्थ्य, स्वभाव, आत्मविश्वास और नेतृत्व को बढ़ावा देता है. माणिक्य धारण करने से मानसिक तनाव कम होता है और व्यक्ति में सकारात्मक बदलाव आता है. इसी तरह, अश्वत्थ रत्न चंद्रमा का प्रतिनिधित्व करता है और मानसिक शांति, चिंता से मुक्ति और आत्मा के शुद्धिकरण में सहायक होता है. रत्नों का सही चयन करके और सही तरीके से पहनकर मानसिक स्वास्थ्य में सुधार किया जा सकता है और अनेक समस्याओं का समाधान किया जा सकता है.
1. नीलम
नीलम शनि ग्रह का रत्न है. शनि ग्रह मन और बुद्धि का ग्रह माना जाता है. नीलम धारण करने से मन शांत होता है, एकाग्रता बढ़ती है, डर और चिंता कम होती है और निर्णय लेने की क्षमता में सुधार होता है.
2. मोती
मोती चंद्र ग्रह का रत्न है. चंद्र ग्रह मन और भावनाओं का ग्रह माना जाता है. मोती धारण करने से मन शांत होता है, गुस्सा कम होता है, आत्मविश्वास बढ़ता है और स्मरण शक्ति में सुधार होता है.
3. पुखराज
पुखराज बृहस्पति ग्रह का रत्न है. बृहस्पति ग्रह ज्ञान और बुद्धि का ग्रह माना जाता है. पुखराज धारण करने से मन शांत होता है, एकाग्रता बढ़ती है, स्मरण शक्ति में सुधार होता है और सकारात्मक सोच को बढ़ावा मिलता है.
4. एमेथिस्ट
एमेथिस्ट राहु ग्रह का रत्न है. राहु ग्रह भ्रम और मोह का ग्रह माना जाता है. एमेथिस्ट धारण करने से मन शांत होता है, नकारात्मक विचारों से मुक्ति मिलती है, एकाग्रता बढ़ती है और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है.
5. लैपिस लाजुली
लैपिस लाजुली गुरु ग्रह का रत्न माना जाता है. गुरु ग्रह ज्ञान और बुद्धि का ग्रह माना जाता है. लैपिस लाजुली धारण करने से मन शांत होता है, एकाग्रता बढ़ती है, स्मरण शक्ति में सुधार होता है और सकारात्मक सोच को बढ़ावा मिलता है.
किसी योग्य ज्योतिषी से सलाह लें और अपनी जन्मकुंडली का विश्लेषण करवाएं. उचित रत्न का चयन करें और उसे सही तरीके से धारण करें. रत्न को शुद्ध करके और सकारात्मक ऊर्जा से पहनें. रत्न धारण करते समय सकारात्मक सोच रखें और आत्मविश्वास बनाए रखें. रत्न धारण करना केवल एक सहायक उपाय है. मन से संबंधित समस्याओं का समाधान करने के लिए आपको अपना जीवनशैली भी बदलनी होगी. नियमित व्यायाम, योग, ध्यान, स्वस्थ आहार और पर्याप्त नींद लेना भी जरूरी है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau