Bitter Truths of Kalyug: हिंदू धर्म के अनुसार चार युगों में से अंतिम युग कलयुग है. इसे संहार का युग भी कहा जाता है. इस युग में धर्म का ह्रास होगा, अधर्म बढ़ेगा और मनुष्य के स्वभाव में पाप भी बढ़ जाएंगे. धर्म का पालन करना लोगों के लिए कठिन हो जाएगा और धर्म के नाम पर लोग झूठे दिखावे करते नजर आएंगे, जो हो भी रहा है. अन्याय, अत्याचार और हिंसा जब अपने चरम पर होगी तब मान लेना का कलयुग का अंत नजदीक आ रहा है. स्वार्थी और लोभी लोगों का वर्चस्व इस दौरान बढ़ा चढ़ा रहेगा. कुछ मान्यताओं के अनुसार, कलयुग 432,000 वर्षों का है. कलयुग से उबरने के लिए हमें अपने कर्मों में सुधार करना होगा. हमें धर्म का पालन करना होगा, सत्य बोलना होगा, अहिंसा का पालन करना होगा और ईश्वर में विश्वास रखना होगा.
- धर्म का पतन कलयुग में मनुष्य धर्म का पालन नहीं करेगा, धार्मिक पुस्तकों का आदर भी नहीं करेगा, और उसका आचरण नष्ट हो जाएगा.
- ब्राह्मणों का पतन ब्राह्मण केवल नाम मात्र रह जाएंगे, और उनका उद्देश्य केवल धन कमाना होगा. छल की भावना बढ़ जाएगी.
- राज्य में अधर्म कलयुग में ऐसे लोग शासन करेंगे जो शोषण करेंगे, सत्य और कर्म में अंतर होगा, और वे समाज में बड़ी बातों के बावजूद राक्षसी आचरण करेंगे.
- रिश्तों का पतन पुत्र पिताओं का आदर नहीं करेंगे, और घरों में कलह और शोषण बढ़ जाएगा. समाज में बुराई बढ़ेगी.
- शिक्षा और ज्ञान का पतन कलयुग में लोग ज्ञानी कहलाएंगे, लेकिन उनका आचरण भ्रष्ट होगा. वे केवल संपत्ति और धन की चिंता करेंगे.
- स्त्री-पुरुष संबंध स्त्रियों और पुरुषों के आचरण में गिरावट आएगी, वे अपने वैदिक कर्तव्यों का पालन नहीं करेंगे, और लोभ में पड़ जाएंगे.
- धन की पूजा कलयुग में मनुष्य केवल धन की पूजा करेगा, और पड़ोसियों की भूख-प्यास की अनदेखी करेगा. छोटी सी धनराशि में भी घमंड होगा.
- धार्मिक अनुष्ठानों का पतन वेदों और धर्म का पालन बंद हो जाएगा, और लोग धार्मिक नियमों की अनदेखी करेंगे. विवाह को धर्म नहीं माना जाएगा.
- झूठे नेता भारत में वेद विरोधी नेताओं का शासन होगा, जो जनता से झूठ बोलेंगे और एक-दूसरे की आलोचना करेंगे.
- स्त्रियों का अधिपत्य: घरों में स्त्रियां ही शासन करेंगी, और पुरुषों को नौकरों की तरह व्यवहार करना पड़ेगा. स्त्रियां धन के पीछे भागेंगी.
- योग और साधु जीवन का पतन योगी और साधु भी दुष्ट हो जाएंगे और लोग अपना धर्म छोड़कर दूसरे धर्मों का पालन करने लगेंगे.
- मनुष्य की आयु में गिरावट कलयुग में मनुष्यों की आयु घटकर बहुत कम हो जाएगी. पांच वर्ष की उम्र में बालिकाएं गर्भवती हो जाएंगी और 20 वर्ष में मृत्यु हो जाएगी.
- अकाल और पर्यावरण का पतन कलयुग में अकाल और कष्ट का समय होगा पर्यावरण का विनाश होगा और कृषि नष्ट हो जाएगी.
- अराजकता और चोरी कलयुग के अंत में भयंकर युद्ध, आंधी और लूटपाट होगा. लोग एक-दूसरे को मारने में संकोच नहीं करेंगे.
- अन्न की कमी कलयुग में अन्न और फल विलुप्त हो जाएंगे और लोग केवल मांसाहार पर निर्भर हो जाएंगे. गाय दूध देना बंद कर देगी.
- धर्म का पतन कलयुग में धर्म, सत्यता, पवित्रता और दया का लोप हो जाएगा और मनुष्य एक-दूसरे से हिंसक हो जाएंगे.
- मानवता का नाश कलयुग में रिश्तों का पतन होगा और भाई-भाई के शत्रु बन जाएंगे. समाज में हिंसा और लूट का बोलबाला होगा.
- रावण के निर्देश रावण ने कहा था कि कलयुग में शत्रु को कभी छोटा नहीं समझना चाहिए और जीवन के गुप्त रहस्यों को किसी को नहीं बताना चाहिए.
- भगवान की पूजा श्री कृष्ण ने बताया है कि कलयुग में सत्य और दान का पालन करने वाला व्यक्ति ही सुखी रहेगा.
- आत्म-संयम का महत्व कलयुग में आत्म-संयम रखना और जप-ध्यान करना आवश्यक होगा, जिससे मनुष्य अपने पापों से बच सकेगा.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)