What is Buddhism: बौद्ध धर्म की स्थापना गौतम बुद्ध ने लगभग 2,500 साल पहले भारत में की थी. यह धर्म अहिंसा, करुणा, और मध्यम मार्ग पर आधारित है. गौतम बुद्ध जिन्हें सिद्धार्थ गौतम के नाम से भी जाना जाता है. उन्होने जीवन की समस्याओं, दुखों, और मानव अस्तित्व के उद्देश्य को समझने के लिए गहन ध्यान और तपस्या का सहारा लिया. ज्ञान प्राप्त करने के बाद उन्होने यह जाना कि जीवन में दुख (दुःख) का मुख्य कारण तृष्णा (इच्छा) है. उन्होंने मानव जीवन से दुख को समाप्त करने के लिए चार आर्य सत्य और अष्टांगिक मार्ग की शिक्षाएं दीं. बौद्ध धर्म का मूल उद्देश्य व्यक्ति को मानसिक शांति प्राप्त करने, आंतरिक और बाहरी दुखों से मुक्ति पाने, और निर्वाण तक पहुंचने का मार्ग प्रदान करना है. यह धर्म आत्मा की अमरता, कर्म, पुनर्जन्म और बोधिसत्व के सिद्धांतों पर आधारित है.
चार आर्य सत्य
- दुःख का सत्य जीवन में हर व्यक्ति को दुखों का सामना करना पड़ता है.
- दुःख के कारण का सत्य तृष्णा दुखों का मुख्य कारण हैं.
- दुःख की समाप्ति का सत्य तृष्णा का अंत ही दुखों का अंत है.
- दुःख समाप्त करने के मार्ग का सत्य अष्टांगिक मार्ग- सही दृष्टि, सही संकल्प, सही वाणी, सही कर्म, सही आजीविका, सही प्रयास, सही स्मृति, और सही ध्यान के पालन से निर्वाण प्राप्त किया जा सकता है.
बौद्ध धर्म के प्रमुख शाखाएं
1. थेरवाद (Theravada)
थेरवाद बौद्ध धर्म बौद्ध धर्म की सबसे प्राचीन शाखा मानी जाती है और इसे हीनयान के नाम से भी जाना जाता है. इसका पालन मुख्य रूप से श्रीलंका, थाईलैंड, म्यांमार (बर्मा), लाओस और कंबोडिया में होता है. थेरवाद बौद्ध धर्म बुद्ध की मूल शिक्षाओं का पालन करता है और बौद्ध ग्रंथों के पालि भाषा में रचे गए त्रिपिटक को प्रमुख धर्मग्रंथ मानता है. थेरवाद का मुख्य सिद्धांत व्यक्तिगत मुक्ति पर ध्यान केंद्रित करना और अर्हत (निर्वाण प्राप्त व्यक्ति) बनने की ओर अग्रसर होना है.
2. महायान (Mahayana)
महायान बौद्ध धर्म बौद्ध धर्म की दूसरी प्रमुख शाखा है. इसका मुख्य रूप से पालन चीन, जापान, कोरिया, ताइवान, और वियतनाम में किया जाता है. महायान का मतलब "महान वाहन" है और यह सभी प्राणियों के कल्याण और मुक्ति पर जोर देता है. महायान में बोधिसत्व की अवधारणा महत्वपूर्ण है जो वह व्यक्ति है जिसने ज्ञान प्राप्त कर लिया है, लेकिन वह सभी प्राणियों की मुक्ति के लिए खुद निर्वाण में प्रवेश नहीं करता. महायान का मुख्य सिद्धांत करुणा और सभी प्राणियों के लिए मुक्ति की भावना पर जोर देना है.
3. वज्रयान (Vajrayana)
वज्रयान बौद्ध धर्म तांत्रिक प्रथाओं और ध्यान की विशेष पद्धतियों पर आधारित है. इसे तिब्बती बौद्ध धर्म के रूप में भी जाना जाता है, और इसका प्रमुख रूप से पालन तिब्बत, नेपाल, भूटान और मंगोलिया में किया जाता है. वज्रयान में विशेष मंत्र, मुद्राएं, और ध्यान की विशेष विधियां हैं जो व्यक्ति को शीघ्र निर्वाण प्राप्त करने में मदद करती हैं. वज्रयान का मुख्य सिद्धांत है तंत्र की पद्धतियों के माध्यम से तेजी से आत्म-साक्षात्कार और मुक्ति प्राप्त करना.
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अन्य बौद्ध मठ
जेन बौद्ध धर्म (Zen Buddhism)
जापान में प्रचलित, यह शाखा ध्यान (ध्यान) और अंतर्ज्ञान (साक्षात्कार) पर आधारित है. इसमें साधना और सादगी पर अधिक जोर दिया जाता है.
निचिरेन बौद्ध धर्म (Nichiren Buddhism)
जापान में 13वीं शताब्दी में विकसित हुआ यह मत बौद्ध धर्म के सबसे प्रभावशाली रूपों में से एक है और इसके अनुयायी गौतम बुद्ध के "लोटस सूत्र" को मानते हैं.
बौद्ध धर्म एक वैश्विक धर्म है जो शांति, करुणा और आत्म-साक्षात्कार पर जोर देता है. इसकी प्रमुख शाखाएं थेरवाद, महायान और वज्रयान हैं, जो अलग-अलग देशों और संस्कृतियों में फैली हुई हैं. बौद्ध धर्म का उद्देश्य व्यक्ति को दुखों से मुक्ति दिलाकर जीवन के असली अर्थ तक पहुंचाना है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)