Shukra Yantra Benefits: विद्वानों की मानें तो कुंडली में शुक्र की स्थिति का मजबूत होना बेहद जरूरी है. अगर सुख और एश्वर्य चाहते हैं जीवन में लग्ज़री और धन पाना चाहते हैं तो आपकी कुंडली में शुक्र की स्थिति को मजबूत करना जरुरी होता है. यही वजह है कि शुक्र की स्थिति अच्छी होने पर भी लोग इसे धारण करते हैं ताकि वो और तरक्की पा सकें. लेकिन जिन जातकों के जीवन में इन चीज़ों का अभाव है उन्हें तो शुक्र यंत्र के बारे में ये सारी जानकारी जरुर होनी चाहिए. शुक्र को हमारे जीवन में सम्मान, प्रेम और शांति का दाता ग्रह माना जाता है. प्रेम और विवाह के लिए भी इसी ग्रह का मजबूत स्थिति में होने बेहद जरूरी है. अगर आप ये जानना चाहते हैं कि शुक्र यंत्र क्या है तो आपको बता दें कि नाम, प्रसिद्ध, धन, लक्जरी, समृद्धि को बढ़ाने के लिए शुक्र यंत्र का इस्तेमाल किया जाता है. आपके जीवन में इस ग्रह की स्थिति को और मजबूत करने के लिए ज्योतिष इसे रखने या पहनने की सलाह देते हैं. शास्त्रों के अनुसार, शुक्र ग्रह “महर्षि भृगु” के पुत्र हैं. शुक्र राक्षसों का स्वामी गुरु है, इसलिए इसे “दैत्य गुरु” भी कहा जाता है. इसके अलावा शुक्र सौरमंडल का सबसे चमकीला और सुंदर ग्रह भी है.
शुक्र यंत्र कहां रखते हैं?
सूर्य की किरणों का इस यंत्र पर पड़ना बहुत जरूरी है. इस लिए शुक्र यंत्र को आप अपने घर या ऑफिस की पूर्व दिशा या उत्तर दिशा की दीवार पर लटका सकते हैं. शास्त्रों में भी उत्तर-पूर्व क्षेत्र यंत्रों के लिए आदर्श स्थान माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि उत्तर दिशा से चुंबकीय ध्रूव की ऊर्जा आती है और पूर्व दिशा की ओर से जब सूर्य की किरणें इस पर पड़ती है तो इससे आपके जीवन का भी उजाला होता है. कुछ लोग इसे मंदिर में भी रखते है. अगर आपका मंदिर इस स्थान पर है तो इसे आप मंदिर में ही रखें और सुबह शाम इसकी पूजा जरुर करें.
शुक्र यंत्र का क्या उपयोग है?
ध्यान करने के लिए भी कुछ लोग शुक्र यंत्र का उपयोग करते हैं. इस यंत्र के सामने बैठकर जब आप ध्यान लगाते हैं को मानसिक स्थिरता आती है. आपका ध्यान केंद्रित रहता है और यह ज्यामितीय दृश्य के माध्यम से ग्रह देवता के साथ भी आप कनेक्ट महसूस करते हैं. ध्यान के साथ अगर आप शुक्र मंत्र का जाप करते हैं तो इससे संतान संबंधी बाधाएं दूर होती है. धन का सौभाग्य प्राप्त होता है. सौंदर्य और आकर्षण बढ़ता है. शांति और समृद्धि मिलती है. इन सबसे और भी ज्यादा जरूरी की आर्थिक तंगी दूर होती है. धन लक्ष्मी की वर्षा होती है.
शुक्र बीज मंत्र है: ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:
अर्थ- इन ब्रह्मांडीय स्वरों में मुझे भगवान शुक्र की अनुभूति होती है। शुक्र के स्वामी को मेरे मन को प्रबुद्ध करने दो.
ये सारी जानकारी वैदिक ज्योतिष शास्त्रों पर आधारित है न्यूज़ नेशन इसकी पुष्टि नहीं करता.
Source : News Nation Bureau