अगर आपको अच्छी नींद नहीं आती है तो आप समय से पहले बूढ़े दिखेंगे. एकाग्रता कम होगी, चिड़चिड़ापन रहेगा और स्मरण शक्ति कम होती चली जाएगी. साथ ही साथ आंखें कमजोर होंगी, बाल जल्दी झड़ेंगे और संतान उत्पत्ति की क्षमता भी कम होगी. आइए अब आपको कुछ उपाय बताते हैं. ये कोई डॉक्टर का इलाज या घरेलू नुस्खा नहीं है बल्कि हमारे शास्त्रों जैसे लघु व्यास संहिता, संप्रति संहिता या सुश्रुत संहिता में इस बारे में क्या बताया गया है हम आपको वो बताने जा रहे हैं. अच्छी नींद कामयाबी की ओर लेकर जाने में आपकी सबसे ज्यादा मदद करती है. तो आप सफलता की सीढ़ी चढ़ने में देरी ना करें और आज ही शास्त्रों में बताएं इन टिप्स को फॉलो कर अपनी स्लीपिंग हेबिट्स पर ध्यान दें.
लघु व्यास संहिता के अनुसार मुंह खोलकर बिना कपड़ों के या टूटी खाट पर नहीं सोना चाहिए.
संप्रति संहिता के अनुसार सोते समय सिर शरीर से नीचा ना हो.
महाभारत तथा धर्म सिन्धु के अनुसार जूठे मुंह नहीं सोना चाहिए, महाभारत में तो दिन में सोना ही मना किया गया है
सुश्रुत संहिता भी इसे मनाकरती है. बच्चे, बुजुर्ग और बीमार 48 मिनट दिन में सो सकते हैं.
सोने से पहले तनाव की स्थिति में नींद न आ रही हो तो पानी में नमक ड़ालकर नहाकर सोएं.
सोने से पहले ध्यान पूजा अवश्य करें.
सोते समय टी वी , कंप्यूटर फोन आदि से दूरी रखें और कोई कथा , संगीत, गुरुवाणी आदि सुनते हुए सो जाएं.
जिनको नींद की बहुत परेशानी रहती है वो दिन में पोस्त दाना भीगो दें और रात में इसे अच्छे से पीसकर सोते समय खा लें.
सोने से पहले 15-20 मिनट टहल अवश्य लें.
अगर आपको ज्यादा काम करना होता है तो सोने के समय को कम करना मजबुरी है तो आपको योग निद्रा सीखकर अभ्यास करना चाहिए.
नींद अधिक आना भी अपने आप में एक समस्या है. इसके कारण आप अपने स्वप्न को पूरा ही नहीं कर सकते. आलस्य भगाने के लिए सौंफ की चाय पीएं. मसालेदार भोजन छोड़ दें. कभी-कभी ब्राम्ही का सेवन करें.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)
Source : News Nation Bureau