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Laxmaneshwar Mahadev Temple: लक्ष्मणेश्वर महादेव मंदिर का क्या है इतिहास, जानें ये पौराणिक कथा 

Laxmaneshwar Mahadev Temple:

Updated on: 28 Jun 2024, 09:36 AM

नई दिल्ली:

Laxmaneshwar Mahadev Temple: लक्ष्मणेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है और इसे भारतीय पौराणिक कथाओं में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है. कहा जाता है कि इस मंदिर की स्थापना त्रेतायुग में हुई थी, जब भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण ने भगवान शिव की आराधना की थी. इसलिए, इस मंदिर को लक्ष्मणेश्वर महादेव कहा जाता है. लक्ष्मणेश्वर महादेव मंदिर एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है, जो भगवान शिव को समर्पित है. यह मंदिर अपनी प्राचीनता, वास्तुकला और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है. हालांकि भारत में लक्ष्मणेश्वर महादेव नाम से कई मंदिर हैं, इनमें से एक प्रमुख मंदिर उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित है. इसके अलावा, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और अन्य राज्यों में भी लक्ष्मणेश्वर महादेव मंदिर पाए जाते हैं. 

लक्ष्मणेश्वर महादेव मंदिर की पौराणिक कथा 

ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर की स्थापना भगवान राम ने खड और दूषण के वध के बाद अपने भाई लक्ष्मण के कहने पर की थी. लक्ष्मणेश्वर महादेव मंदिर के गर्भगृह में एक शिवलिंग है, जिसकी स्थापना स्वयं भगवान लक्ष्मण ने की थी. इस शिवलिंग में 1,00,000 छिद्र यानी होल्स हैं, इसलिए इसे लक्ष्य लिंग भी कहा जाता है. इन 1,00,000 छिद्रों में से एक छिद्र ऐसा भी है जो पाताल गामी माना जाता है क्योंकि उसमें जितना भी जल डालो वो सब उसमें समा जाता है और इन्हीं 1,00,000 छिद्रों में से एक छिद्र अक्षय कुंड भी है क्योंकि उसमें जल हमेशा ही भरा रहता है और ऐसा माना जाता है कि लक्ष्य लिंग पर चढ़ाया गया जल मंदिर के पीछे कुंड में चला जाता है क्योंकि वो कुंड भी कभी नहीं सूखता. ये शिवलिंग जमीन से करीब 30 फिट ऊपर है और इसे स्वयंभू लिंग भी माना जाता है. 

मंदिर की वास्तुकला प्राचीन भारतीय शैली में है. इसमें एक ऊंचा शिखर और नक्काशीदार दीवारें हैं. मंदिर की आंतरिक सज्जा में विभिन्न देवी-देवताओं की मूर्तियाँ और चित्र अंकित हैं, जो इसकी धार्मिक महत्ता को दर्शाते हैं. लक्ष्मणेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि, श्रावण मास, और कार्तिक मास के दौरान विशेष पूजा और अनुष्ठान होते हैं. इन अवसरों पर भक्त बड़ी संख्या में यहां आते हैं और भगवान शिव की विशेष आराधना करते हैं. मंदिर वाराणसी के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है. वाराणसी रेलवे स्टेशन और बस अड्डे से यहाँ आसानी से पहुँचा जा सकता है. यह मंदिर अन्य प्रमुख मंदिरों और घाटों के पास स्थित है, जिससे यह धार्मिक यात्रियों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है.

लक्ष्मणेश्वर महादेव मंदिर भगवान शिव की आराधना के प्रमुख स्थलों में से एक है. इसकी प्राचीनता, धार्मिक महत्व और वास्तुकला इसे विशेष बनाते हैं. यहाँ पर आने वाले भक्त भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करते हैं. इस मंदिर का सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व भी अत्यधिक है, जिससे यह स्थानीय समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बना हुआ है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)