Pitru Paksha 2024: पितृ पक्ष हमारे पूर्वजों की आत्माओं की शांति और मोक्ष के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण समय है. शास्त्रों और गरुड़ पुराण में पूर्वजों के संतुष्टि के लिए भोजन दान करने के बारे में खासतौर पर बताया गया है. माता गंगा के पवित्र तटों जैसे हरिद्वार और ऋषिकेश में, ब्राह्मणों और संतों को भोजन कराने से माना जाता है कि हमारे पूर्वजों की संतुष्टि होती है. इसके आशीर्वाद से हमारे जीवन में खुशी, शांति और समृद्धि आती है. भोजन दान न केवल पूर्वजों को शांति प्रदान करता है बल्कि इस पुण्य कार्य से जीवन में सफलता भी मिलने लगती है. अन्नदान को शास्त्रों में महादान बताया गया है इससे आपके जीवन से पितृ दोष भी दूर होता है. आइए जानते हैं कि पितृ पक्ष के दौरान किस अन्न का दान करने से क्या लाभ मिलता है.
पितृ पक्ष में अन्नदान का महत्व (Importance of Annadaan in Pitru Paksha)
- काले तिल का दान पितृ दोष को दूर करने और पितरों को शांति प्रदान करने के लिए किया जाता है. यह माना जाता है कि काले तिल का दान करने से पितर प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को आशीर्वाद देते हैं.
- चावल को शुद्धता का प्रतीक माना जाता है. चावल का दान करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है.
- गेहूं का दान करने से पितरों को संतुष्टि मिलती है और व्यक्ति को धन-धान्य की प्राप्ति होती है.
- ज्वार का दान करने से पितरों को तृप्ति मिलती है और व्यक्ति को रोगों से मुक्ति मिलती है.
- बाजरा का दान करने से पितरों को शांति मिलती है और व्यक्ति को मनोकामनाओं की प्राप्ति होती है.
अन्य अन्न और उनकी महत्ता
दालों का दान करने से पितरों को भोजन मिलता है और व्यक्ति को आरोग्य प्राप्त होता है. फल का दान करने से पितरों को प्रसन्नता मिलती है और व्यक्ति को सुख-शांति मिलती है. मिठाई का दान करने से पितरों को प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति के जीवन में मिठास आती है.
दान करने का सही तरीका (The right way to donate)
पितृ पक्ष के दौरान शुद्ध मन से दान करना चाहिए. दान करते समय पितरों का स्मरण करें और किसी भी प्रकार की लोभ या लालच न रखें. गरीबों या जरूरतमंदों को ही किया गया दान फल देता है. पितृ पक्ष के दौरान कुछ चीजों का दान करना वर्जित माना जाता है जैसे कि नमक, तेल, शराब आदि. दान करते समय ब्राह्मणों को दान देने का विशेष महत्व होता है. पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध कर्म करना बहुत महत्वपूर्ण होता है.
पितृ पक्ष के दौरान दान करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और यह माना जाता है कि इससे व्यक्ति को सुख-समृद्धि और मोक्ष प्राप्त होता है. अन्न का दान करना एक पवित्र कार्य है, ऐसा माना जाता है कि इससे पितरों का आशीर्वाद मिलता है और व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि आती है. इसलिए, पितृ पक्ष के दौरान दान अवश्य करना चाहिए.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)