International Buddhist Association: अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संघ एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो बौद्ध धर्म की संरक्षण, प्रचार और संवाद को बढ़ावा देने का कार्य करता है. इस संघ का मुख्य कार्यक्षेत्र बौद्ध धर्म की प्रोत्साहन, विश्व भर में बौद्ध धर्म संबंधी संगठनों और सम्मेलनों के समर्थन, और विभिन्न बौद्ध सम्प्रदायों और सम्प्रदायों के बीच सांघातिक शांति और संवाद को प्रोत्साहित करना है. इस संघ का मुख्यालय नई दिल्ली, भारत में स्थित है. अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संघ (आईबीसी) एक गैर-राजनीतिक, गैर-लाभकारी संगठन है जो दुनिया भर के बौद्धों को एकजुट करता है. इसकी स्थापना 1950 में हुई थी और इसका मुख्यालय श्रीलंका के कोलंबो में है.
विश्व में बौद्ध धर्म के कितने देश हैं?
विश्व में बौद्ध धर्म के लगभग 50 से अधिक देश हैं. यह धर्म विभिन्न क्षेत्रों में फैला हुआ है, जैसे कि भारत, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड, तिब्बत, जापान, चीन, वियतनाम, म्यांमार, और भूटान. इन देशों के अलावा भी बौद्ध धर्म के अनुयायी और सम्प्रदाय दुनिया भर में व्याप्त हैं. आईबीसी के सदस्य दुनिया भर के 50 से अधिक देशों से बौद्ध संगठन हैं.
बौद्ध संघ की स्थापना क्यों की गई?
बौद्ध संघ की स्थापना बौद्ध धर्म के अनुयायियों के बीच संगठन और संवाद को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई. इसका मुख्य लक्ष्य विभिन्न बौद्ध सम्प्रदायों को एक साथ आने और सहयोग करने का माध्यम उपलब्ध कराना है, साथ ही बौद्ध धर्म के मूल्यों और शिक्षाओं का प्रमोशन करना है. इसके अलावा, बौद्ध संघ बौद्ध धर्म के महत्वपूर्ण स्थलों को संरक्षित रखने और उनकी संरक्षण की भी देखभाल करता है. इससे सांस्कृतिक और धार्मिक विविधता को बढ़ावा मिलता है और विश्वभर में शांति और समरसता के संदेश को प्रोत्साहित किया जाता है.
बौद्ध शोध संस्थान की स्थापना कब हुई?
बौद्ध शोध संस्थान की स्थापना 1956 में हुई थी. यह भारतीय सरकार द्वारा बौद्ध धर्म के अध्ययन और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया गया था. इसका मुख्य कार्यक्षेत्र बौद्ध धर्म और इसके ग्रंथों, साहित्य, और स्थलों के अध्ययन में निरंतर योगदान करना है. इस संस्थान का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है.
आईबीसी के उद्देश्य: दुनिया भर के बौद्धों के बीच एकता और सहयोग को बढ़ावा देना,, बौद्ध धर्म के शिक्षण और मूल्यों को फैलाना, बौद्ध संस्कृति और विरासत को संरक्षित करना, सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना और शांति-सद्भाव को बढ़ावा देना है.
आईबीसी के कार्य: बौद्ध सम्मेलनों और कार्यशालाओं का आयोजन करना, बौद्ध साहित्य का प्रकाशन करना, बौद्ध शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देना और सामाजिक और धर्मार्थ कार्यों में सहायता करना है
आईबीसी की गतिविधियां: आईबीसी नियमित रूप से बौद्ध सम्मेलनों और कार्यशालाओं का आयोजन करता है, जो दुनिया भर के बौद्धों को एक साथ लाते हैं और बौद्ध धर्म के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हैं. आईबीसी बौद्ध धर्म पर पुस्तकों और पत्रिकाओं का प्रकाशन करता है. बौद्ध शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का समर्थन करता है. आईबीसी प्राकृतिक आपदाओं और अन्य आपात स्थितियों में पीड़ितों की सहायता करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का समर्थन करता है.
आईबीसी दुनिया भर के बौद्धों को एकजुट करने और बौद्ध धर्म के शिक्षण और मूल्यों को फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह बौद्ध संस्कृति और विरासत को संरक्षित करने और सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau