Mavji Maharaj Prediction: संत मावजी महाराज राजस्थान के एक प्रसिद्ध संत और महान आध्यात्मिक गुरु थे. उन्हें 'जगतमावजी' के नाम से भी जाना जाता है. उनके भक्त उन्हें भगवान विष्णु का अवतार मानते हैं. संत मावजी महाराज ने अपने जीवनकाल में समाज में नैतिक और धार्मिक मूल्यों को बढ़ावा दिया और लोगों को सच्चाई, अहिंसा, और ईमानदारी के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया. संत मावजी महाराज की भविष्यवाणियों में 21वीं सदी को लेकर कई बातें कही गई हैं. उनके अनुयायियों और भक्तों के अनुसार, संत मावजी महाराज ने समाज, धर्म और वैश्विक परिस्थितियों के बारे में कई महत्वपूर्ण भविष्यवाणियां की थीं.
संत मावजी महाराज ने स्पष्ट रूप से अपनी भविष्यवाणियों में लिखा है कि बीसवीं सदी के आखिर तक में जम चोकर दें, छिड़ जाएगी माचे अहाकार, चोकर दे सब पर आफत पड़ जागी. रसिया चीन और अमरीका की आपस में तकरार होगी. बंदूकें इन तोप छोड़कर बमों की वहां मार होगी सारे जग में गुट बन जाएंगे भारी धुआंधार होगी. सबसे पहले रसिया चीन और अमेरिका की हार होगी. सब कुछ मिट्टी में मिल जाएगा, हालत ऐसी बिगड़ जाएगी. 7, 8, 10 साल भीतर होकर रहे घमसान. देश की आबादी घटकर थोड़े रहजा इंसान, कई कोसा पे मानस पावे जंगल बिया बान कुछ भी चीज़ नहीं भावेगी ऐसी कसूती पड़ जाएगी, मां बच्चे ने नरनारी ने छोड़कर जान बचावेंगे. महल मठारी मायासारी छोड़ छोड़ के भाग जावेंगे जहरीली गैसों से मानस घुट घुट के मर जावेंगे ना दफनावे ना बहावे लाश ने नहीं जलावेंगे गीदड़ कुत्ते गिद खाब ना पड़ी लाश सड़ जावेगी फिर होगी तकरार देखना. सबका नक्सा झड़ जागा, सबसे तो बलवान आप में भूमि पर पड़ जायेगा.
विश्व विख्यात भविष्य वक्ता नास्त्रेदमस, माबजी महाराज की भविष्यवाणी के अनुसार धरती पर इक्कीसवीं सदी के प्रारंभ में एक नवीन धर्म आने वाला है. उस धर्म को सम्पूर्ण मानव जगत के लोग मानेंगे. सभी लोग देवी देवता तुल्य बन जाएंगे. माना जाता है कि माबजी महाराज के एक चौपड़ को अंग्रेजी यहां से जापान लेकर चले गए थे. वहीं से अविष्कारों को नई दिशा मिली.
यह भविष्यवाणी एक संभावित विनाशकारी परिदृश्य का वर्णन करती है जिसमें वैश्विक संघर्ष और युद्ध के परिणामस्वरूप बड़ी तबाही की संभावना जताई गई है. इसमें रूस, चीन और अमेरिका के बीच तनाव और संघर्ष का उल्लेख है, जो बाद में अन्य देशों में भी फैल जाता है, जिससे व्यापक विनाश और जनसंख्या में भारी कमी का उल्लेख किया गया है. यह भविष्यवाणी एक प्रकार के 'वर्ल्ड वार' या वैश्विक संघर्ष की चेतावनी देती है, जिसमें बमबारी, जहरीली गैसें और सामाजिक-सांस्कृतिक संरचनाओं का ध्वस्त होना शामिल है.
यह भविष्यवाणी अत्यधिक नकारात्मक और भयावह है और इसे सचेतक रूप में लिया जा सकता है. हालांकि, हमें यह समझना चाहिए कि इस प्रकार की भविष्यवाणियां हमेशा सत्य नहीं होतीं और ये केवल संभावित खतरों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए होती हैं. हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि हम शांतिपूर्ण और सकारात्मक उपायों की ओर ध्यान दें ताकि इस प्रकार की संभावित आपदाओं से बचा जा सके.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau