Mokshada Ekadashi: मोक्षदा एकादशी मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है. यह एकादशी मोक्ष और पापों से मुक्ति प्रदान करने वाली मानी जाती है. भगवान विष्णु की कृपा से इस दिन उपवास और पूजा करने से व्यक्ति को अपने पापों से मुक्ति मिलती है और वह मोक्ष का मार्ग प्राप्त करता है. मोक्षदा एकादशी न केवल व्यक्ति को पापों से मुक्त करती है, बल्कि उसे जीवन-मरण के चक्र से भी बाहर निकालने में सहायक होती है. इस दिन व्रत और पूजा करने से पूर्वजों को भी मोक्ष प्राप्त होता है.
मोक्षदा एकादशी पर क्या करें (What to do on Mokshada Ekadashi)
- मोक्षदा एकादशी पर पूरे दिन उपवास रखें. यदि निर्जला व्रत करना संभव न हो, तो फलाहार करें. व्रत रखने से जीवन के पाप कर्मों का नाश होता है.
- इस दिन भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की पूजा करें. पूजा में तुलसी के पत्ते, पीले फूल, दीपक, धूप, और नैवेद्य चढ़ाएं. विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें.
- मोक्षदा एकादशी का श्रीमद्भगवद्गीता से गहरा संबंध है. इस दिन गीता का पाठ करना अत्यंत शुभ माना जाता है. गीता के उपदेशों को जीवन में अपनाने का संकल्प लें.
- इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, और धन दान करें. गोदान (गाय का दान) करना विशेष फलदायक माना गया है.
- इस एकादशी तिथि पर सत्य बोलें और संयमित जीवन जीने का प्रयास करें. मन, वाणी और कर्म से पवित्रता बनाए रखें.
मोक्षदा एकादशी पर क्या न करें (What not to do on Mokshada Ekadashi)
- अनाज और तामसिक भोजन न करें. इस दिन चावल, दाल, मांस, मछली, और शराब जैसी चीजों का सेवन न करें. केवल सात्विक भोजन करें.
- झूठ और अपशब्द न बोलें. झूठ बोलने और किसी का अपमान करने से इस दिन व्रत का फल नहीं मिलता. कटु वाणी और अपशब्दों का प्रयोग न करें.
- क्रोध करना और अहंकार दिखाना इस पवित्र दिन पर अनुचित माना जाता है. शांत और सौम्य स्वभाव रखें.
- व्रत नियम तोड़ने से बचें. व्रत के दौरान आलस्य न करें और व्रत नियमों का पूरी श्रद्धा से पालन करें. अधूरी भक्ति और पूजा से बचें.
- जरूरतमंदों की मदद करने से न हिचकें. इस दिन दूसरों की मदद न करना या उनकी जरूरतों को अनदेखा करना अशुभ माना जाता है. सेवा और दान को प्राथमिकता दें.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)