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Pradosh Vrat 2023: कब है अगला प्रदोष व्रत, जानें सोमवार से रविवार में किसी भी दिन आने वाले प्रदोष व्रत का महत्व 

Pradosh Vrat 2023:

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Inna Khosla
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Pradosh Fast 2023( Photo Credit : news nation)

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Pradosh Vrat 2023: हर महीने शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत आता है. इस व्रत को करने से चंद्र मजबूत होता है जिसका प्रभाव आपकी कुंडली के शुक्र और बुध पर भी पड़ता है. भगवान शिव को समर्पित प्रदोष का व्रत हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण माना जाता है. मान्यता है कि प्रदोष रखने से आपका चंद्र ठीक होता है जिससे मानसिक बैचेनी खत्म होती है. सोमवार को सोम प्रदोष कहते हैं तो मंगलवार को आने वाले प्रदोष व्रत को भौम प्रदोष कहते हैं. ऐसे ही हर दिन के प्रदोष व्रत का अलग महत्व होता है और इस दिन पूजा से अलग पुण्य फल मिलते हैं. तो आइए जानते हैं सोमवार से रविवार तक आने वाले किसी भी दिन के प्रदोष  व्रत का क्या महत्व होता है. 

सोमवार के प्रदोष व्रत को सोम प्रदोष कहते हैं. इस दिन व्रत रखने वाले व्यक्ति तो इच्छा अनुसार फल प्राप्ति होती है. अगर आपकी कुंडली में चंद्र खराब स्थिति में है तो आपके ये व्रत करना चाहिए. जीवन में शांति औपर संतान प्राप्ति के लिए भी लोग सोम प्रदोष का व्रत करते हैं. 

मंगलवार का प्रदोष व्रत भौम प्रदोष कहते हैं. हेल्थ या कर्जे से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए इस दिन व्रत रखने से फायदा मिल सकता है. 

बुधवार को आने वाले प्रदोष व्रत सौम्यवारा प्रदोष कहा जाता है. यह शिक्षा एवं ज्ञान प्राप्ति के लिए किया जाता है.

गुरुवार के दिन अगर प्रदोष व्रत की तिथि है तो इसे गुरुवारा प्रदोष कहते हैं. कुंडली में बृहस्पति देव की स्थिति को मजबूत करने के लिए ये व्रत रखा जाता है. मान्यता है कि पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए भी ये व्रत रखा जाता है. अगर शत्रुओं का भय सता रहा हो तो भी इस दिन व्रत रखना चाहिए. 

शुक्रवार का प्रदोष व्रत भ्रुगुवारा प्रदोष कहलाता है जीवन में सौभाग्य की वृद्धि, धन और संपदा के लिए ये व्रत रखा जाता है. इससे जीवन में हर कार्य में सफलता भी मिलती है.

शनिवार का प्रदोष व्रत शनि प्रदोष कहा जाता है इस दिन व्रत करने वाले जातक को पुत्र प्राप्ति होती है. अक्सर लोग इसे हर तरह की मनोकामना के लिए और नौकरी में पदोन्नति की प्राप्ति के लिए भी करते हैं.

रविवार के दिन अगर प्रदोष व्रत पड़ रहा है तो इसे भानुप्रदोष या रवि प्रदोष कहते हैं. इस दिन नियम पूर्वक व्रत रखने से जीवन में सुख, शांति आती है. आप अपनी या जिसकी भी लंबी आयु की मनोकामना करते हैं कहते हैं कि ये भी आवश्य पूरी होती है. रवि प्रदोष का संबंध सीधा सूर्य देव से होता है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।) 

Source : News Nation Bureau

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