Rudraksha Niyam: रुद्राक्ष को शिव का आशीर्वाद माना जाता है और इसे धार्मिक दृष्टिकोण से बहुत पवित्र माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि रुद्राक्ष का महत्व सिर्फ धार्मिक ही नहीं, बल्कि वास्तु शास्त्र में भी है? वास्तु शास्त्र के अनुसार, रुद्राक्ष में एक अद्भुत शक्ति होती है जो नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है. इसे घर में रखने से घर में सकारात्मक वातावरण बनता है और सुख-शांति का वास होता है. रुद्राक्ष में मौजूद शक्ति नकारात्मक ऊर्जा को सोखने की क्षमता रखती है. इसे घर के मुख्य द्वार पर या पूजा घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम होता है.
रुद्राक्ष को कहां रखना चाहिए?
- मुख्य द्वार पर रुद्राक्ष की माला या रुद्राक्ष की माला वाला तोरण लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं कर पाती.
- पूजा घर में रुद्राक्ष की माला या रुद्राक्ष की मूर्ति रखने से पूजा का प्रभाव बढ़ता है.
- बेडरूम में रुद्राक्ष की माला या रुद्राक्ष की मूर्ति रखने से नींद अच्छी आती है और रिश्ते मजबूत होते हैं.
- ऑफिस में रुद्राक्ष की माला या रुद्राक्ष की मूर्ति रखने से काम में सफलता मिलती है.
इसे घर में रखने से घर में खुशहाली और समृद्धि आती है. रोगों से बचाव का भी एक प्रभावी उपाय माना जाता है. ये मन को शांत करता है और तनाव को कम करता है. ऐसी भी मान्यता है कि इसे बेडरूम में रखने से नींद अच्छी आती है. तिजोरी या धन रखने वाले स्थान पर अगर रुद्राक्ष रखा जाए तो इससे धन में वृद्धि होती है.
रुद्राक्ष धारण करने के लाभ
इसे धारण करने से स्वास्थ्य लाभ होता है. ब्लड प्रेशन, मधुमेह और तनाव को कम करने में मदद करता है. मन शांत रहता है और तनाव कम होता है. ऐसा भी कहा जाता है कि इससे आत्मविश्वास बढ़ता है और नकारात्मक ऊर्जा से व्यक्ति का बचाव होता है.
लेकिन जीवन में किसी भी तरह से रुद्राक्ष धारण करने से पहले ध्यान रखें कि इसे पहनने से पहले किसी जानकार व्यक्ति से सलाह लेनी चाहिए. रुद्राक्ष को शुद्ध जल से धोकर ही धारण करें और जब उतारें तो हमेशा शुद्ध स्थान पर रखें. इसका न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि वास्तु शास्त्र के अनुसार भी बहुत महत्वपूर्ण है. रुद्राक्ष घर में रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और सुख-शांति का वास होता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)