महाशिवरात्रि भगवान शिव के प्रति समर्पित एक महत्वपूर्ण त्योहार है. इस दिन भक्त उपवास रखते हैं, भगवान शिव की पूजा करते हैं और रात्रि जागरण करते हैं. महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव को बेर चढ़ाने का विशेष महत्व है. इसके पीछे कई धार्मिक और वैज्ञानिक कारण हैं.बेर को पूजा के लिए शुभ माना जाता है. कहते हैं कि इसे चढ़ाने से भगवान शिव अति प्रसन्न होते हैं. वे अपने भक्तों को मन चाहा आशीर्वाद देते हैं. महाशिवरात्री हर हिंदू के लिए विशेष पर्व है. इस दिन लोग गंगा स्नान करते हैं और घाट पर पूजा अर्चना करते हैें.
धार्मिक कारण
पौराणिक कथाओं के अनुसार:
एक बार भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध किया था. त्रिपुरासुर का वध करने के बाद भगवान शिव बहुत थक गए थे. तब देवी पार्वती ने उन्हें बेर का फल खिलाया था. बेर खाने से भगवान शिव को तुरंत ऊर्जा मिली थी.
बेर फल को भगवान शिव का प्रिय फल माना जाता है.
यह फल भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है.
वैज्ञानिक कारण:
बेर फल में कई औषधीय गुण होते हैं. यह फल विटामिन सी, आयरन, और पोटेशियम का अच्छा स्रोत है.
बेर फल शरीर को ठंडक प्रदान करता है. यह फल गर्मी के मौसम में बहुत फायदेमंद होता है.
इन सभी कारणों से महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव को बेर चढ़ाने का विशेष महत्व है.
यहां कुछ अन्य कारण भी दिए गए हैं जिनके कारण महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव को बेर चढ़ाया जाता है:
बेर फल का रंग लाल होता है. लाल रंग को शुभ माना जाता है और यह भगवान शिव का प्रिय रंग भी है.
बेर फल का आकार गोल होता है. गोल आकार को पूर्णता का प्रतीक माना जाता है.
निष्कर्ष:
महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव को बेर चढ़ाने का विशेष महत्व है. यह फल भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है और इसके कई धार्मिक और वैज्ञानिक कारण हैं.
Source : News Nation Bureau