Shani Guru Transit 2025: मार्च 2025 में शनि और गुरु का शतग्रही योग बनने जा रहा है. गुरु को ज्ञान और धर्म का प्रतीक माना जाता है. जब गुरु और शनि साथ होते हैं तो यह उन लोगों के लिए एक विशेष समय होता है जो सत्य, धर्म और अध्यात्म के साथ हैं. शनि देव का नाम सुनते ही बहुत से लोग डर जाते हैं. शनि को 'धर्म का रक्षक' और 'न्याय का देवता' माना गया है. अगर आपके कर्म इस ब्रह्मांड के नियमों के खिलाफ हैं तो उन्हें पाप माना जाता है और उस पाप का न्याय शनि करते हैं. यह सनातन धर्म की अद्भुत व्यवस्था है कि हर देवता का एक विशेष कार्यक्षेत्र है. शनि इस व्यवस्था के न्यायाधीश हैं.
शनि की कुंभ राशि में गोचर और प्रभाव
अगले साल शनि मीन राशि में प्रवेश करेंगे. यह एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना है. शनि का गोचर केवल उन लोगों को प्रभावित करेगा जिन्होंने अपने कर्मों में अन्याय किया है. जो लोग धर्म और सत्य के साथ हैं, उन्हें घबराने की जरूरत नहीं. बल्कि, यह उनके लिए शुभ समय होगा. जो लोग वर्षों से न्याय की प्रतीक्षा कर रहे थे, उन्हें अब न्याय मिलेगा. जिनकी शक्ति अन्याय और अधर्म पर आधारित थी, उनका पतन होगा. शनि के प्रभाव से राजनीति, समाज और अर्थव्यवस्था में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे.
गुरु और शनि के संयोजन से बनेगा शतग्रही योग
मार्च में शनि और गुरु के संयोजन से बनने वाले शतग्रही योग का खगोलीय घटनाओं पर प्रभाव देखने को मिलेगा. प्राकृतिक आपदाएं जैसे सुनामी और तूफान देखने को मिल सकती हैं. अन्याय से अर्जित धन और शक्ति का नाश होगा. डरने की बजाय शनि के न्याय को समझना जरूरी है. यह समय अपने कर्मों का आकलन करने का है. जो लोग धर्म और सत्य के मार्ग पर हैं, उन्हें न केवल आत्मविश्वास रखना चाहिए, बल्कि आगे बढ़कर अपनी भूमिका निभानी चाहिए. शनि देव यह सुनिश्चित करते हैं कि धर्म और न्याय की रक्षा हो. आने वाले तीन साल, जिन्हें 'हज़ार दिन' कहा जा सकता है, बेहद महत्वपूर्ण हैं. इसलिए, समझदारी से काम लें, अपने कर्म सुधारें और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)