परिवार के संपर्क में रहने के कारण योग गुरु आनंद गिरी निष्कासित

महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य होने के कारण आनंद गिरि का अपनी बिरादरी के भीतर और भक्तों के बीच बहुत दबदबा था, लेकिन कुछ महीने पहले गुरु और शिष्य के बीच मतभेद पैदा हो गए.

author-image
Ritika Shree
New Update
Yoga guru Mahant Anand Giri

Yoga guru Mahant Anand Giri( Photo Credit : आइएएनएस)

Advertisment

बघंबरी मठ से बड़े हनुमान मंदिर के योग गुरु महंत आनंद गिरि और निरंजनी अखाड़े के श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी ने उनके परिवार के साथ लगातार संपर्क में रहने के कारण निष्कासित कर दिया है, जो 'संन्यास' की परंपराओं के खिलाफ है. निरंजनी अखाड़े के सचिव श्री महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि गिरि पर वित्तीय अनियमितताओं का भी आरोप लगाया गया है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद कार्रवाई की गई है. महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य होने के कारण आनंद गिरि का अपनी बिरादरी के भीतर और भक्तों के बीच बहुत दबदबा था, लेकिन कुछ महीने पहले गुरु और शिष्य के बीच मतभेद पैदा हो गए. आनंद गिरी राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के एक गांव के रहने वाले हैं. वह करीब 18 साल पहले नरेंद्र गिरी से मिले थे और उनके शिष्य बने. उन्होंने अखाड़े में अंग्रेजी के साथ संस्कृत, वेद और योग सीखा. महंत नरेंद्र गिरि ने कहा, "आनंद गिरी ने अपने पूरे परिवार को नासिक, उज्जैन, प्रयागराज और हरिद्वार कुंभ में बुलाया, जबकि हमारे अखाड़े की परंपरा के मुताबिक पारिवारिक संबंध नहीं बनाए जा सकते."

उन्होंने कहा, "माता-पिता का सम्मान किया जाना चाहिए, लेकिन अखाड़े की एक परंपरा है. वह कई चेतावनियों के बाद भी नियम तोड़ रहे थे और इस तरह उसे पहले बाघंबरी मठ से हटा दिया गया और फिर अखाड़े से निकाल दिया गया." आनंद गिरि द्वारा बड़े हनुमान मंदिर में धन के दुरुपयोग की भी शिकायतें थीं.

निरंजनी अखाड़े के पंच परमेश्वर द्वारा शिकायतों की जांच की गई और आरोप सही पाए गए. आनंद गिरी ने कहा कि उनके गुरु नरेंद्र गिरि को उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है और वह उनका और उनके शब्दों का सम्मान करते रहेंगे. हालांकि आनंद गिरि ने यूपी और उत्तराखंड पुलिस को पत्र लिखकर अपनी हत्या की आशंका व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि उनकी कभी भी हत्या की जा सकती है. उन्होंने कहा कि एक बड़ी साजिश के तहत उन्हें फंसाया गया है और उनकी सुरक्षा छीन ली गई है. निष्कासन के सवाल पर आनंद गिरी ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि यह निष्कासन किस आधार पर हुआ है और बोलने के लिए सही समय का इंतजार करेंगे.

HIGHLIGHTS

  • आनंद गिरी राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के एक गांव के रहने वाले हैं
  • वह करीब 18 साल पहले नरेंद्र गिरी से मिले थे और उनके शिष्य बने

Source : IANS

family anand giri yog guru expelled akhil bhaarateey akhaada parishad
Advertisment
Advertisment
Advertisment